नई दिल्ली: दिल्ली के गोविंदपुरी में जहां झुग्गी वहां मकान के तहत बनाए गए फ्लैट में 6 महीने में ही सीलन आने लगे हैं. यहां रहने वाले लोग परेशान हो रहे हैं. इसके अलावा भी फ्लैट में अन्य समस्याएं आ रही है. गोविंदपुरी में डीडीए की तरफ से बनाए गए बहुमंजिला फ्लैट में भूमिहीन कैंप के झुग्गीवासियों को बसाया गया गया है.
फ्लैट में रहने वाली प्रमिला ने बताया कि हमारे फ्लैट में सीलन आने लगे हैं. जिससे हमको परेशानी होती हैं. उन्होंने बताया कि नल से हमेशा पानी टपकता रहता है. दीवार से प्लास्टर भी झड़ने लगा है. उन्होंने बताया कि हमें दो झुग्गियों के बदले एक फ्लैट मिला है. फ्लैट छोटा है इसमें हम अपने पूरे परिवार के साथ नहीं आ पाते हैं. दूसरों के घरों में काम कर अपना जीवन बसर करते हैं.
वहीं, रामजतन ने बताया कि हमें भी फ्लैट मिला है, जिसमें सीलन आ गया है. इसकी शिकायत हम लोगों ने की है, लेकिन इसको ठीक नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि हमें दो झुग्गियों के बदले फ्लैट मिला है. हमको तीन बेटा और तीन बेटियां हैं. पूरा परिवार फ्लैट में नहीं आ पा रहा है. हमें काफी दिक्कत हो रही है. बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने गोविंदपुरी में बने फ्लैटों को झुग्गी वासियों को सौंपा था. यहां पर करीब तीन हजार फ्लैट बनाए गए हैं. जिनको भूमिहीन कैंप में रहने वाले लोगों को सौंपा गया है.
फ्लैट देने के बाद डीडीए ने भूमिहीन कैंप को अतिक्रमण मुक्त कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है. वहां मौजूद कई झुग्गियों को तोड़ दिया गया है. यहां ऐसे भी लोग हैं जिनका कहना है कि हमें फ्लैट नहीं मिला है. इसके बावजूद हमारे झुग्गियों को तोड़ दिया गया. कैंप में करीब 3000 परिवार रहते थे, जिनको फ्लैट मिलने थे. अभी करीब 1862 लोगों को ही फ्लैट मिला है और 1029 लोगों को नहीं मिला है.
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