नई दिल्ली: बदली हुई जीवन शैली के कारण महिलाओं में तेजी से ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़े हैं. वहीं, इस बीमारी के कारण और लक्षण क्या है यह जानने की जरूरत है. (symptoms of breast cancer) साथ ही इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है, जिसे ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी से बचाव कर सकते हैं. इसको लेकर अक्टूबर को ब्रेस्ट कैंसर जागरुकता के रूप में मनाया जाता है. इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों से बातचीत की.
मैक्स अस्पताल के कैंसर सर्जन हरित चतुर्वेदी ने बताया कि महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढे़ हैं. जिसका कारण बदली हुई जीवन शैली है. उन्होंने बताया कि सही समय पर पता चलने पर इसका बेहतर इलाज संभव है. सही समय पर इसकी लक्षणों को पता कर इसका इलाज किया जा सकता है और जानें बचाई जा सकती हैं. इसके लक्षणों के बारे में जानने के लिए अपने ब्रेस्ट को समझने की जरूरत है. उसमें देखना होगा कोई गांठ तो नहीं आ रही और कलर चेंज तो नहीं हो रहा. वहीं जो 50 साल की अधिक उम्र की महिलाएं हैं एनुअल मैमोग्राफी कराएं और सही समय पर लक्षण का पताका कर इसका इलाज कर सकते हैं. (prevention for breast cancer)
इंडिया में जितनी ब्रेस्ट कैंसर से जान जाती हैं उसकी एक तिहाई से कम मौतें डेवलप कंट्री में होती है. इसीलिए इसके प्रति जागरुकता की जरूरत है. जो आजकल मॉडर्न लाइफस्टाइल है. उसको बदलने की जरूरत है. खान-पान में सब्जी सलाद लेने की जरूरत है. जंक फूड से बचने के साथ ही हेल्थी डाइट लेना चाहिए. महिलाओं को 30 वर्ष से पहले पहला बच्चा हो जाना चाहिए. मोटापा भी इसका कारण है. रेगुलर एक्सरसाइज से इस बीमारी से बचा जा सकता है.
इसे भी पढ़ें : 28% महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, जागरुकता जरूरी
मैक्स के सीनियर डायरेक्टर डॉ पीके जुल्का ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों में एक ब्रेस्ट में गांठ होना है और इसके लिए महिलाओं को ध्यान देना चाहिए. जब गांठ हो तो तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए, क्योंकि इस बीमारी में जब ब्रेस्ट में गांठ होता है तो उसमें दर्द नहीं होता है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि जीवन में ऐसी प्लानिंग होनी चाहिए कि 30 वर्ष के पहले शादी ही नहीं बल्कि बच्चा भी 30 वर्ष से पहले हो जाना चाहिए. इसके अलावा रेगुलर एक्सरसाइज करना चाहिए ताकि मोटापा ना हो, क्योंकि मोटापा से ब्रेस्ट कैंसर होता है. हेल्थी डाइट लेना चाहिए.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप