नई दिल्ली: इसे हुनर की बारीकी कहिए या बारीकी का हुनर… अतुल कश्यप दोनों ही बातों पर एकदम फिट बैठते हैं. दिल्ली के रहने वाले अतुल ने माइक्रो आर्टिस्ट के रूप में एक बड़ा कारनामा किया है. उन्होंने देश के गौरव राष्ट्रगीत को महज 23 सेंटीमीटर के पतंग के धागे पर 20 मिनट में लिखा है. जिसको लेकर उनको वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिला है.
अतुल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के रहने वाले हैं. वर्तमान समय में वे दिल्ली के गोविंदपुरी कालकाजी में परिवार के साथ रहते हैं. अतुल सबसे पहले साल 2004 में सरसों के दाने पर आई लव माई इंडिया लिख कर चर्चा में आए थे. उन्होंने गेहूं के दाने के बराबर मिट्टी के दीपक जलाए. सुई के छेद में 100 से ज्यादा धागे पिरोए. अतुल कहते हैं कि इस काम में पहले उन्हें महीनों का वक्त लगता था, लेकिन अब अपने हुनर को ऐसा संवारा कि मुश्किल से मुश्किल काम में भी उन्हें 25 मिनट लगता है.
करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान ।
रसरी आवत-जात के, सिल पर परत निशान ।।
अतुल कश्यप ने बताया कि यह उनकी बरसों की मेहनत का नतीजा है. लगातार अभ्यास से उनकी यह कला निखरी है. कश्यप ने बताया कि धागे पर राष्ट्रगीत लिखना आसान नहीं था. इसके लिए उन्होंने काफी परिश्रम किया है. करीब 6 महीने तक धागे पर राष्ट्रगीत लिखने का प्रयास करते रहे कई बार लिखा कई बार बिगड़ा और फिर लंबे अभ्यास के बाद वे इस मुकाम को हासिल कर पाए. वह कहते हैं कि वह युवाओं को प्रेणा देने के लिए ऐसा करते हैं और वह आगे भी ऐसे कई तरह के कलाकारी अपने अपने कला के जरिए सामने लोगों के सामने लाएंगे. जीसके लिए वे काम कर रहे हैं.
अतुल कश्यप का आगे कहना है कि वह भविष्य को लेकर कई तरह के रिकॉर्ड बनाने के दिशा में काम कर रहे हैं. इसके लिए वे चावल के एक दाने पर गायत्री मंत्र लिखने का प्रयास कर रहे हैं. और आने वाले समय में वे इस मुकाम को हासिल कर लेंगे. साथ ही उन्होंने बताया है कि विश्व की सबसे छोटी तीन एमएम की बुक पर वह पूरे हनुमान चालीसा को लिखने का भी प्रयास कर रहे हैं, जिसका किताब तैयार हो गया है. अब उस पर सिर्फ लिखना बाकी है.