नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में मानसून ने दस्तक दे दी है. सुबह 11 बजे से ही काले-काले बादलों ने से आसमान को घेर लिया और आधे घंटे बाद झमाझम बारिश शुरू हो गई. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 6 घंटे तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा. वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है और दिल्ली की जनता को भीषण गर्मी से राहत मिली.
राहत की बारिश थोड़ी देर बाद ही आफत की बारिश में बदल गई. सड़कों पर जलभराव ने दिल्ली के जनजीवन को रोक दिया. मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में आने वाले पांच दिनों में भारी बारिश की संभावना है. बुधवार को बारिश के आंकड़ों पर गौर करें, तो दिल्ली के पालम में 0.4 मिलीमीटर एवं रिज में 8.6 मिमी मीटर बारिश दर्ज की गई.
वहीं सफदरजंग इलाके में भारी बारिश की वजह से तापमान में 10 अंक की गिरावट रिकॉर्ड हुई. सफदरजंग में बुधवार का अधिकतम तापमान 35 एवं न्यूनतम तापमान 28 रहा. वर्तमान में दिल्ली का न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो इस मौसम के औसत से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है.
दिल्ली के मुख्य चौराहे जलमग्न
राजधानी में मुशलाधार बारिश ने दिल्ली के कई मुख्य चौराहों को जलमग्न कर दिया. दिल्ली का सबसे चौराहा आईटीओ भारी बारिश की वजह से डूब गया. पानी ने सड़क का परिवहन से संपर्क काट दिया. वहीं दिल्ली पुलिस हेडक्वाटर (पीएचक्यू) के बाहर एवं अंदर पानी भर गया. इसके अलावा ऑल इंडिया मेडिक साइंस, कड़कड़डूमा, आईआईटी, पालम सहित मुंडका में जलभराव की समस्या देखी गई.
सड़कों पर जलजमाव की स्थिति
भारी बारिश से जहां एक ओर एमसीडी की पोल खुल गई, तो वहीं दिल्ली सरकार की नाले सफाई पर स्थिति भी साफ हो गई. दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में जलभराव की समस्या दिखी. चाहे वह 60 फीट का रोड रहा हो या फिर 30 फीट से कम. पहली बारिश ने दिल्ली की सीविक बॉडी एवं दिल्ली सरकार के बारिश के इंतजामों की पोल खोल कर रख दी है.
साउथ दिल्ली में जाम की स्थिति
साउथ दिल्ली में भी सड़कों पर जलभारव की समस्या देखी गई. बारिश की वजह से जगह-जगह जाम लग गया. सड़कों पर पानी भरने से खानपुर, पुलप्रहलाद पुल, ओखला रोड, जामिया नगर, संगम विहार, सरिता विहार इलाकों में जाम लग गया. साकेत मुख्य मार्ग, महरौली रोड, आईआईटी दिल्ली एवं वसंतकुंज के इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या हुई.