नई दिल्लीः बरसात का मौसम विदा हो चुका है. वहीं बारिश नहीं होने के बावजूद संगम विहार के रतिया मार्ग की हालत बेहद खस्ता है, जहां पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. गली नंबर 17 के बाद रतिया मार्ग की हालत बेहद खराब है. आई ब्लॉक और एफ ब्लॉक आते-आते रतिया मार्ग नाली के पानी से जलमग्न हो जाता है. यहां से गुजरने वाले सभी लोग स्थानीय निगम पार्षद और विधायक दिनेश मोहनिया को कोसते हुए नजर आते हैं.
बता दें कि रतिया मार्ग में जागृति पब्लिक स्कूल के पास से बड़ी और गहरी नाली बनाने का काम चल रहा है. इससे आगे बढ़ते ही आई ब्लॉक शुरू हो जाता है. इधर छोटी नाली थी, जिसे काफी समय से ब्लॉक कर दिया गया है, वहां से पानी निकासी का कोई रास्ता नहीं है. लिहाजा नाली का पानी सड़क पर फैल जाता है, जिसकी वजह से आई ब्लॉक के आगे की सड़क नाली के गंदे पानी से भर जाती है. यहां से गुजरने वाले राहगीरों को गंदे पानी में उतर कर चलना पड़ता है.
विधायक दिनेश मोहनिया पर लोगों ने निकाला भड़ास
लोगों का सारा गुस्सा स्थानीय निगम पार्षद जीतू और विधायक दिनेश मोहनिया के ऊपर फूट रहा है. उनके झूठे दावों की याद दिलाते हुए लोग कह रहे हैं कि उनके सारे दावे और वादे झूठे निकले. पिछले तीन बार से संगम विहार इलाके से विधायक बन रहे हैं. इसके बावजूद संगम विहार का रतिया मार्ग आज भी पहले की तरह बारिश में जलमग्न हो जाता है.
गलियों का है बुरा हाल
मंगल बाजार, आई और एफ ब्लॉक, तिरंगा और पीपल चौक इलाके का बहुत बुरा हाल है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को चुनौती दी जा रही है कि अगर संगम विहार में वह अच्छे काम का दावा कर रहे हैं, तो वह अपने दावे को आंखों से देख लें. स्थानीय लोग भाजपा के पूर्व विधायक डॉ. एससीएल गुप्ता से भी काफी नाराज हैं. लोगों कहना है कि जरूरत पड़ने पर वह कहीं नजर नहीं आते हैं. सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आ जाते हैं.
'चुनाव के समय सिर्फ दिखाने के लिए काम कराया'
आई ब्लॉक निवासी ने गुड्डू ने बताया कि 20 साल से रतिया मार्ग खस्ताहाल है. बिन बरसात ही यहां सड़कों पर पानी भरा रहता है. लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है. उन्होंने विधायक दिनेश मोहनिया को काफी भला-बुरा कहा. उन्होंने कहा कि जब चुनाव का समय था तो दो-चार गलियां पक्की करवा करके दोबारा सत्ता में लौट आए. जब सरकार बन गई तो फिर बाकी कच्ची कॉलोनियों को और कच्ची गलियों को उसकी हालात पर छोड़ दिया.