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फर्जी डॉक्यूमेंट्स बना कर गैंगस्टरों को बेचता था चोरी की गाड़ियां, स्पेशल सेल ने किया गिरफ्तार - चोरी के वाहनों की जाली रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट

स्पेशल सेल की टीम ने चोरी की गाड़ियों के फर्जी डॉक्यूमेंट्स बना कर उन्हें दिल्ली के गैंगस्टरों को बेचने के मामले में एक इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है. हरियाणा पुलिस को भी इसकी तलाश थी. गुप्त सुचना के आधार पर पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया है.

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Published : Apr 8, 2023, 5:11 PM IST

नई दिल्ली: साउथ वेस्टर्न रेंज की स्पेशल सेल ने एक अंतर राज्यीय इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है. आरोपी के ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित था. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान समयपुर बादली निवासी कमल के रूप में की गई है. आरोपी के ऊपर हरियाणा एसटीएफ की तरफ से भी इनाम घोषित किया गया था. स्पेशल सेल की टीम ने आरोपी को गुप्त सूचना के आधार पर समयपुर बादली से गिरफ्तार किया है.

स्पेशल सेल विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि टीम को कुछ विशेष इनपुट्स मिले, जिनमें बताया गया कि दिल्ली-एनसीआर में अंतर राज्यीय सिंडिकेट चल रहा है, जो चोरी के वाहनों के जाली रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट तैयार कर रहा है. इसके अलावा चोरी के इन वाहनों को फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के साथ अलग-अलग राज्यों के अपराधियों को बेचा जा रहा है.

इस गैंग को पकड़ने के लिए सर्विलांस और मैनुअल टेक्निक पर काम किया गया, जिसमें यह पता चला कि एक कमल सिंडिकेट का सरगना है. यह भी पता चला कि कमल एक आपराधिक मामले में गिरफ्तारी से भी बच रहा है. हरियाणा पुलिस ने भी उसके ऊपर इनाम घोषित किया है. जांच के दौरान उसके छिपे होने के संबंध में टीम को सूचना प्राप्त हुई. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने समयपुर बादली डीडीए फ्लैट्स के पास एक छापा मारा और वहां से आरोपी कमल को गिरफ्तार कर लिया.

इसे भी पढ़ें: Crime in Delhi : गर्लफ्रेंड और डॉक्टर के बेटे की हत्या मामले में फरार बदमाश चढ़ा पुलिस के हत्थे

आरोपी से पूछताछ की गई तो पता चला कि वह कुख्यात ऑटो लिफ्टर मनोज बक्करवाला का करीबी सहयोगी था. वह मनोज बक्करवाला और उसके सहयोगियों को चुराए गए वाहनों के फर्जी पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान करता था. यह वाहन नकली पंजीकरण प्रमाण पत्र के साथ दिल्ली-एनसीआर में अपराधियों को बेचे जाते थे. जुलाई 2022 में हरियाणा पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया और मनोज बक्करवाला समेत सिंडिकेट के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि कमल भागने में सफल रहा था और तभी से फरार चल रहा था. उसके ऊपर इनाम भी घोषित था जांच में यह भी पता चला कि इस रैकेट का लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार गैंग से गहरा संबंध है.

इसे भी पढ़ें: द्वारका-डाबड़ी में लूट रहे थे मोबाइल, CCTV की मदद से पुलिस ने दबोचा

नई दिल्ली: साउथ वेस्टर्न रेंज की स्पेशल सेल ने एक अंतर राज्यीय इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है. आरोपी के ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित था. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान समयपुर बादली निवासी कमल के रूप में की गई है. आरोपी के ऊपर हरियाणा एसटीएफ की तरफ से भी इनाम घोषित किया गया था. स्पेशल सेल की टीम ने आरोपी को गुप्त सूचना के आधार पर समयपुर बादली से गिरफ्तार किया है.

स्पेशल सेल विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि टीम को कुछ विशेष इनपुट्स मिले, जिनमें बताया गया कि दिल्ली-एनसीआर में अंतर राज्यीय सिंडिकेट चल रहा है, जो चोरी के वाहनों के जाली रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट तैयार कर रहा है. इसके अलावा चोरी के इन वाहनों को फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के साथ अलग-अलग राज्यों के अपराधियों को बेचा जा रहा है.

इस गैंग को पकड़ने के लिए सर्विलांस और मैनुअल टेक्निक पर काम किया गया, जिसमें यह पता चला कि एक कमल सिंडिकेट का सरगना है. यह भी पता चला कि कमल एक आपराधिक मामले में गिरफ्तारी से भी बच रहा है. हरियाणा पुलिस ने भी उसके ऊपर इनाम घोषित किया है. जांच के दौरान उसके छिपे होने के संबंध में टीम को सूचना प्राप्त हुई. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने समयपुर बादली डीडीए फ्लैट्स के पास एक छापा मारा और वहां से आरोपी कमल को गिरफ्तार कर लिया.

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आरोपी से पूछताछ की गई तो पता चला कि वह कुख्यात ऑटो लिफ्टर मनोज बक्करवाला का करीबी सहयोगी था. वह मनोज बक्करवाला और उसके सहयोगियों को चुराए गए वाहनों के फर्जी पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान करता था. यह वाहन नकली पंजीकरण प्रमाण पत्र के साथ दिल्ली-एनसीआर में अपराधियों को बेचे जाते थे. जुलाई 2022 में हरियाणा पुलिस ने इस रैकेट का भंडाफोड़ किया और मनोज बक्करवाला समेत सिंडिकेट के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि कमल भागने में सफल रहा था और तभी से फरार चल रहा था. उसके ऊपर इनाम भी घोषित था जांच में यह भी पता चला कि इस रैकेट का लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार गैंग से गहरा संबंध है.

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