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दिल्ली में ड्रग्स सप्लायरों के दो इंटर स्टेट सिंडिकेट का खुलासा, करोड़ों की हेरोइन और चरस के साथ कई गिरफ्तार

दिल्ली क्राइम ब्रांच की एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने ड्रग्स सप्लायरों के दो इंटर स्टेट सिंडिकेट (Two interstate syndicates of drug) का खुलासा करते हुए 2 किलो 400 ग्राम हेरोइन और 1 किलो 100 ग्राम सुपरफाइन मलाना चरस जब्त की है, जिनकी कीमत अंतरराष्ट्रयीय बाजार में करोड़ों रुपये है. इसके साथ ही कई तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं. 1 लाख 80 हजार रुपये नकद भी मिले हैं.

दिल्ली में ड्रग्स सप्लायरों के दो इंटरस्टेट सिंडिकेट का खुलासा
दिल्ली में ड्रग्स सप्लायरों के दो इंटरस्टेट सिंडिकेट का खुलासा
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Published : Dec 20, 2022, 10:35 AM IST

नई दिल्ली : दिल्ली क्राइम ब्रांच की एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स ने "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत देश भर में किए गए ऑपरेशन में 2 इंटर स्टेट ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा करने में सफलता पाई है. इस सिंडिकेट से जुड़े लोग देश के अलग-अलग राज्यों से हेरोइन और चरस जैसे प्रतिबंधित मादक पदार्थो की दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करते थे. इन ऑपरेशन के दौरान क्राइम ब्रांच पुलिस ने करोड़ों रुपये के मादक पदार्थों (heroin and charas worth crores) की जब्ती के साथ कई तस्करों को गिरफ्तार किया है.

स्पेशल सीपी ने दी पूरे मामले की जानकारी :स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव ने बताया कि महीनों लंबे चले कई ऑपरेशन और क्राइम ब्रांच की टीम के अथक प्रयासों के बाद पुलिस टीम ने इन इंटर स्टेट ड्रग्स कार्टेल का खुलासा कर कई सप्लायरों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. डीसीपी ने बताया कि दिल्ली में प्रतिबंधित मादक पदार्थों की सप्लाई को देखते हुए एएनटीएफ के डीसीपी अमित गोयल और एसीपी प्रभात सिन्हा की देखरेख में इंस्पेक्टर जसबीर, एसआई राहुल, जगसीए, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और प्रमोद की टीमों का गठन कर नशे के कारोबारियों का पता लगाकर उनको पकड़ने के लिए लगाया गया था.

वेंडरों की वेशभूषा में जासूसों को किया तैनात : पुलिस अलग-अलग टीम बना कर नशे के धंधे में लिप्त इसके सप्लायरों के बारे में जानकारियां जुटाने में लगी थी. पुलिस को लगातार जानकारियां मिल रही थीं कि कुछ इंटर स्टेट ड्रग पेडलर कनॉट प्लेस और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एरिया में एक्टिव हैं, जो स्थानीय लोगों के साथ विदेशियों को भी ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं. इसके बाद पुलिस टीम ने अनोखे तरीके का इस्तेमाल करते हुए अपने जासूसों को वेंडरों की वेशभूषा में उन क्षेत्रों में तैनात किया, जहां वे ड्रग पेडलर्स एक्टिव थे.

सबसे पहले 22 अक्टूबर को हुई थी पहली गिरफ्तारी : एक महीने लंबे चले इस ऑपरेशन के फल मिला और 22 अक्टूबर को जयकिशन पांडे उर्फ चिकना नाम के एक ड्रग पेडलर को पुलिस दबोचने में कामयाब हुई. उसके कब्जे से 260 ग्राम हेरोइन भी बरामद की गई. जयकिशन उर्फ चिकना से मिली जानकारी और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 28 अक्टूबर को हरियाणा के पलवल स्थित असावटी रेलवे स्टेशन से रंजीत कुमार उर्फ चीरा को गिरफ्तार किया. जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसी दिन टैगोर गार्डन के रघुवीर नगर के रहने वाले अनवर को भी गिरफ्तार किया.

दिहाड़ी पर रख आदमियों से रेलवे स्टेशन पर बेचवाता था हेरोइन : पूछताछ में जयकिशन उर्फ चिकना ने बताया कि वो रंजीत से थोक में हेरोइन खरीदता था, जिसे आगे वह दिहाड़ी पर रखे गए अपने लोगों के माध्यम से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के युवाओं को बेचता था. जांच में पुलिस को पता चला कि रंजीत पर हत्या, हत्या के प्रयास जैसे कई आपराधिक मामले चल रहे हैं. बाद में ये हेरोइन जैसे प्रतिबंधित मादक पदार्थो की सप्लाई में लिप्त हो गया. उसने बताया कि वो अनवर से ड्रग्स की खेप लेता था और आगे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई करता था. उसने बताया कि वो जयकिशन को भी ड्रग्स बेचता था.

ये भी पढ़ें :- तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने की थी कोल्हे की हत्या: एनआईए


बिहार का रहने वाला है अनवर : पूछताछ में अनवर ने बताया कि वो बिहार का रहने वाला है, पिता की मौत के बाद वो दिल्ली शिफ्ट हो गया था. उसने बताया कि 2014 में वह हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार हुए था. न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रहने के दौरान, उसकी मुलाकात रंजीत और शाकिर से हुई. शाकिर ने अनवर को बताया था कि जब भी उन्हें जरूरत होगी तो उसका भाई झारखंड से भारी मात्रा में ड्रग्स के खेप की सप्लाई कर सकता है. ये उसे लाभ का बिजनेस लगा. इसके लिए वह कई बार झारखंड भी जा चुका है.

दिल्ली के किशनगंज से पकड़ी गई कल्लो : इसी कड़ी में एक दूसरे ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच एएनटीएफ की टीम ने दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय ड्रग तस्करों के सिंडिकेट के बारे में सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर 5 नवंबर को छापामार कर शहबान नाम के ड्रग पेडलर को पकड़ा, जिसके कब्जे से 2 किलो हेरोइन बरामद की गई. पुलिस रिमांड के दौरान उससे पूछताछ में मिली जानकारी और निशानदेही के आधार पर पुलिस ने दिल्ली के किशनगंज इलाके में छापेमारी की, वहां से पुलिस ने अनिता उर्फ कल्लो को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 89 ग्राम हेरोइन और हेरोइन को बेच कर कमाए गए 1 लाख 80 हजार 750 रुपये बरामद किए. अनिता से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बरेली, यूपी के रहने वाले चांद बाबू नाम के शख्स को गिरफ्तार किया.

हिमाचल प्रदेश से पकड़ी गई मलाना चरस : एक और मामले में पुलिस को हिमाचल प्रदेश से मलाना चरस की तस्करी कर दिल्ली में सप्लाई किए जाने की सूचना मिली थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक ऑपरेशन लॉन्च किया और इसके बारे में जानकारियों को विकसित करने के लिए कई सौ किलोमीटर का सफर तय कर इसके आगे-पीछे के लिंक का पता किया. इसके बाद 30 नवंबर को छापेमारी कर 2 ड्रग सप्लायरों धर्मेंद्र पाल सिंह और दिनेश चड्ढा को गिरफ्तार किया. ये दोनों ही यूपी के आगरा के रहने वाले हैं. उनके कब्जे से 1 किलो 100 ग्राम सुपरफाइन क्वालिटी की मलाना चरस बरामद की गई. उनसे आगे की पूछताछ में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से भीरू नाम के शख्स को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन मामलों में आगे की जांच जारी है.

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नई दिल्ली : दिल्ली क्राइम ब्रांच की एंटी नारकॉटिक्स टास्क फोर्स ने "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत देश भर में किए गए ऑपरेशन में 2 इंटर स्टेट ड्रग्स सिंडिकेट का खुलासा करने में सफलता पाई है. इस सिंडिकेट से जुड़े लोग देश के अलग-अलग राज्यों से हेरोइन और चरस जैसे प्रतिबंधित मादक पदार्थो की दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई करते थे. इन ऑपरेशन के दौरान क्राइम ब्रांच पुलिस ने करोड़ों रुपये के मादक पदार्थों (heroin and charas worth crores) की जब्ती के साथ कई तस्करों को गिरफ्तार किया है.

स्पेशल सीपी ने दी पूरे मामले की जानकारी :स्पेशल सीपी रविन्द्र सिंह यादव ने बताया कि महीनों लंबे चले कई ऑपरेशन और क्राइम ब्रांच की टीम के अथक प्रयासों के बाद पुलिस टीम ने इन इंटर स्टेट ड्रग्स कार्टेल का खुलासा कर कई सप्लायरों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. डीसीपी ने बताया कि दिल्ली में प्रतिबंधित मादक पदार्थों की सप्लाई को देखते हुए एएनटीएफ के डीसीपी अमित गोयल और एसीपी प्रभात सिन्हा की देखरेख में इंस्पेक्टर जसबीर, एसआई राहुल, जगसीए, हेड कॉन्स्टेबल मनीष और प्रमोद की टीमों का गठन कर नशे के कारोबारियों का पता लगाकर उनको पकड़ने के लिए लगाया गया था.

वेंडरों की वेशभूषा में जासूसों को किया तैनात : पुलिस अलग-अलग टीम बना कर नशे के धंधे में लिप्त इसके सप्लायरों के बारे में जानकारियां जुटाने में लगी थी. पुलिस को लगातार जानकारियां मिल रही थीं कि कुछ इंटर स्टेट ड्रग पेडलर कनॉट प्लेस और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन एरिया में एक्टिव हैं, जो स्थानीय लोगों के साथ विदेशियों को भी ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं. इसके बाद पुलिस टीम ने अनोखे तरीके का इस्तेमाल करते हुए अपने जासूसों को वेंडरों की वेशभूषा में उन क्षेत्रों में तैनात किया, जहां वे ड्रग पेडलर्स एक्टिव थे.

सबसे पहले 22 अक्टूबर को हुई थी पहली गिरफ्तारी : एक महीने लंबे चले इस ऑपरेशन के फल मिला और 22 अक्टूबर को जयकिशन पांडे उर्फ चिकना नाम के एक ड्रग पेडलर को पुलिस दबोचने में कामयाब हुई. उसके कब्जे से 260 ग्राम हेरोइन भी बरामद की गई. जयकिशन उर्फ चिकना से मिली जानकारी और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 28 अक्टूबर को हरियाणा के पलवल स्थित असावटी रेलवे स्टेशन से रंजीत कुमार उर्फ चीरा को गिरफ्तार किया. जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसी दिन टैगोर गार्डन के रघुवीर नगर के रहने वाले अनवर को भी गिरफ्तार किया.

दिहाड़ी पर रख आदमियों से रेलवे स्टेशन पर बेचवाता था हेरोइन : पूछताछ में जयकिशन उर्फ चिकना ने बताया कि वो रंजीत से थोक में हेरोइन खरीदता था, जिसे आगे वह दिहाड़ी पर रखे गए अपने लोगों के माध्यम से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के युवाओं को बेचता था. जांच में पुलिस को पता चला कि रंजीत पर हत्या, हत्या के प्रयास जैसे कई आपराधिक मामले चल रहे हैं. बाद में ये हेरोइन जैसे प्रतिबंधित मादक पदार्थो की सप्लाई में लिप्त हो गया. उसने बताया कि वो अनवर से ड्रग्स की खेप लेता था और आगे दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई करता था. उसने बताया कि वो जयकिशन को भी ड्रग्स बेचता था.

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बिहार का रहने वाला है अनवर : पूछताछ में अनवर ने बताया कि वो बिहार का रहने वाला है, पिता की मौत के बाद वो दिल्ली शिफ्ट हो गया था. उसने बताया कि 2014 में वह हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार हुए था. न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रहने के दौरान, उसकी मुलाकात रंजीत और शाकिर से हुई. शाकिर ने अनवर को बताया था कि जब भी उन्हें जरूरत होगी तो उसका भाई झारखंड से भारी मात्रा में ड्रग्स के खेप की सप्लाई कर सकता है. ये उसे लाभ का बिजनेस लगा. इसके लिए वह कई बार झारखंड भी जा चुका है.

दिल्ली के किशनगंज से पकड़ी गई कल्लो : इसी कड़ी में एक दूसरे ऑपरेशन में क्राइम ब्रांच एएनटीएफ की टीम ने दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय ड्रग तस्करों के सिंडिकेट के बारे में सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर 5 नवंबर को छापामार कर शहबान नाम के ड्रग पेडलर को पकड़ा, जिसके कब्जे से 2 किलो हेरोइन बरामद की गई. पुलिस रिमांड के दौरान उससे पूछताछ में मिली जानकारी और निशानदेही के आधार पर पुलिस ने दिल्ली के किशनगंज इलाके में छापेमारी की, वहां से पुलिस ने अनिता उर्फ कल्लो को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 89 ग्राम हेरोइन और हेरोइन को बेच कर कमाए गए 1 लाख 80 हजार 750 रुपये बरामद किए. अनिता से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बरेली, यूपी के रहने वाले चांद बाबू नाम के शख्स को गिरफ्तार किया.

हिमाचल प्रदेश से पकड़ी गई मलाना चरस : एक और मामले में पुलिस को हिमाचल प्रदेश से मलाना चरस की तस्करी कर दिल्ली में सप्लाई किए जाने की सूचना मिली थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक ऑपरेशन लॉन्च किया और इसके बारे में जानकारियों को विकसित करने के लिए कई सौ किलोमीटर का सफर तय कर इसके आगे-पीछे के लिंक का पता किया. इसके बाद 30 नवंबर को छापेमारी कर 2 ड्रग सप्लायरों धर्मेंद्र पाल सिंह और दिनेश चड्ढा को गिरफ्तार किया. ये दोनों ही यूपी के आगरा के रहने वाले हैं. उनके कब्जे से 1 किलो 100 ग्राम सुपरफाइन क्वालिटी की मलाना चरस बरामद की गई. उनसे आगे की पूछताछ में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से भीरू नाम के शख्स को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन मामलों में आगे की जांच जारी है.

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