नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली के चर्चित बाटला हाउस एनकाउंटर मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकी की शनिवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान मौत हो गई. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एम्स अधिकारियों के हवाले से बताया कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निवासी शहजाद अहमद उर्फ पप्पू (33) को छह फरवरी 2010 को तिहाड़ जेल भेजा गया था. सात जुलाई 2022 को उसे तिहाड़ केंद्रीय जेल से मंडोली स्थित केंद्रीय कारागार संख्या 15 में स्थानांतरित किया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि साल 2008 के बाटला हाउस मुठभेड़ मामले में अहमद उम्रकैद की सजा काट रहा था. एक अधिकारी ने बताया- दोषी को पित्ताशय में पथरी की शिकायत होने पर आठ दिसंबर 2022 को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां से 27 दिसंबर को सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था. उन्होंने बताया कि अहमद को 11 जनवरी को एम्स रेफर किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह सात बजकर 42 मिनट पर उसकी मौत हो गई. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के निरीक्षक मोहन चंद शर्मा दक्षिण दिल्ली के जामिया नगर में पुलिस और कथित आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में मारे गए थे.
ये है मामलाः 19 सितंबर 2008 को यह जानकारी मिली कि बाटला हाउस इलाके के एक मकान में इंडियन मुजाहिद्दीन के कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इस सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने मकान नंबर एल-18 को घेर लिया और आतंकियों के साथ उनकी मुठभेड़ हो गई. इसमें दो आतंकी मारा गया था जबकि इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे. शहजाद भी उसी मुठभेड़ के दौरान जिंदा पकड़ा गया था. उसे 2013 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी
(इनपुट-PTI/भाषा)
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