नई दिल्ली: दिल्ली में 11 सालों से फरार चल रहे भगोड़े को स्पेशल स्टाफ की टीम ने दिल्ली आईटीओ के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपी को अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद स्पेशल स्टाफ की टीम गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर रही थी. आरोपी की पहचान कृष्णा राव के रूप में की गई है और वह मूल रूप से दिल्ली आईटीओ के पास अन्ना नगर का रहने वाला है.
दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि, अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित किए गए आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मामले में कई टीमों का गठन किया गया था. जांच के दौरान हेड कांन्स्टेबल रोशन को एक व्यक्ति के बारे में पता चला कि आईटीओ दिल्ली में एक व्यक्ति छिपा हुआ है. सूचना को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया गया, जिसके बाद एसीपी राजेश कुमार ने स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर अतुल के नेतृत्व में टीम का गठन किया. जिसमें एसआई जय किशन और हेड कांन्स्टेबल रोशन सुनील को शामिल किया गया.
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जानकारी को और विकसित किया गया और जांच के बाद छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि कोर्ट से जमानत पर रिहा होने के बाद वह कभी भी अदालत में पेश नहीं हुआ. इतना ही नहीं, गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपना घर भी बेच दिया था और अलग-अलग क्षेत्रों में रहा करता था. उसे बदरपुर के एक मामले में आरोपी घोषित किया गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद पिछले 11 सालों में वह कभी तारीख पर नहीं पहुंचा. फिलहाल मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच शुरू कर दी है.