नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के आदेश के बाद रेहड़ी-पटरी और फेरीवालों को बाजार लगाने की अनुमति मिल गई है. इसके बाद कम्प्यूटर की सबसे बड़ी मार्केट नेहरू प्लेस में भी पटरी बाजार लगना शुरू हो गया है, लेकिन पटरी बाजार खुलने के साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन मार्केट में ना के बराबर देखने को मिल रहा है.
पटरी बाजार खुलने के बाद मार्केट में बढ़ी भीड़
ईटीवी भारत की टीम स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंची तो हमने देखा कि नेहरू प्लेस मार्केट में पटरी पर लगने वाली सभी दुकानें खुल चुकी हैं. इसके साथ ही तहबाजारी की दुकानें भी खोल दी गई हैं. इसके चलते पहले के मुकाबले अब मार्केट में ज्यादा लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. ऐसे में ना तो दुकानों पर सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा है और ना ही दुकानों में उचित दूरी है.
'सोशल डिस्टेंस दिल्ली पुलिस और डीडीए की जिम्मेदारी'
इसको लेकर जब मार्केट एसोसिएशन से बात की गई तो एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल ने दिल्ली पुलिस और डीडीए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि मार्केट में सोशल डिस्टेंस का पालन करवाना और तहबाजारी की दुकानों को सोशल डिस्टेंस के साथ लगवाना डीडीए और दिल्ली पुलिस के अंतर्गत आता है. इसको लेकर हमने दिल्ली पुलिस और डीडीए से बात की है, लेकिन फिलहाल कोई एतिहाती कदम नहीं उठाए गए हैं.
'एसोसिएशन के अधिकार में नहीं'
मार्केट एसोसिएशन ने कहा कि पटरी बाजार को लगाना या हटाना मार्केट एसोसिएशन के अधिकार में नहीं है. इसके लिए दिल्ली पुलिस और डीडीए ही कोई कदम उठा सकती है, क्योंकि इन पटरी बाजार वालों के पास कोर्ट के ऑर्डर है. इसके चलते यह यहां पर पटरी बाजार लगा रहे हैं, लेकिन यदि दिल्ली पुलिस या डीडीए इसमें हस्तक्षेप करता है और यह सुनिश्चित करता है कि जिनके पास कोर्ट के ऑर्डर हैं केवल उन्हीं की दुकानें यहां पर लगने दी जाए. इसके साथ ही दुकानों को दूरी के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ही खोलने की अनुमति दी जाए.