नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अंदर जहां एक तरफ केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार "जहां झुगी वहां मकान" का नारा देती है. वहीं, दूसरी तरफ सरकार दिल्ली के अंदर जगह-जगह झुगियां तोड़कर गरीब लोगों से उनकी छत छीनने में लगी है. इसी के मद्देनजर बुधवार को तमाम झुगी कलस्टर के लोगों ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के खिलाफ डीडीए के बाहर धरना प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि डीडीए की कार्रवाई की वजह से हम खुले आसमान के नीचे अपने परिवार के साथ रहने को मजबूर हैं. सरकार हमारी सुध तक लेने नहीं आ रही है. हमारी मांग है कि जिन जिन लोगों की झुग्गियां तोड़ी गई है. सरकार के द्वारा उन लोगों को मकान दिया जाए और उनके पूर्ण निवास का उपाय किया जाए.
प्रदर्शन करने आए लोगों ने साफ तौर पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब चुनाव का समय आता है तो तमाम सरकार झुग्गियां के अंदर आकर बड़े-बड़े वादे करती है. जब हमारे सर से छत छीनी जा रही थी तो कोई भी मदद करने नहीं आया. सरकार कहती है कि जहां झुग्गी वहां मकान दिया जाएगा. लेकिन हमारे सर से लगातार छत छीनी जा रही है और हमें कोई और जगह नहीं दी जा रही है.
गौरतलब है कि डीडीए द्वारा लगातार राजधानी दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. डीडीए की कार्रवाई से परेशान झुग्गिवासियों ने अब केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. झुग्गीवासियों का कहना है कि बिना फ्लैट दिए ही झुग्गियों को तोड़ा गया है. यहां कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी दुकान से रोजी-रोटी चलती थी, लेकिन डीडीए के द्वारा उनके दुकानों को भी तोड़ दिया गया.
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