नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की तीसरी लहर चल रही है. अब हर रोज सात हजार के करीब कोरोना के नए मामले सामने आने लगे हैं. ऐसे में बिना लक्षणों वाले या हल्के लक्षणों वाले मरीजों के लिए होम आइसोलेशन एक बेहतर विकल्प है. ऐसे लोग जो घर में रहकर इस बीमारी का सामना कर रहे हैं और अभी तक इसकी चपेट में नहीं आए हैं, उन्हें खुद को बचाने के लिए अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है. इसके लिए योगा प्राणायाम और व्यायाम से बढ़कर कोई दूसरा बेहतर विकल्प नहीं है.
हर चार में से एक व्यक्ति को न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम स्ट्रोक होने की आशंका
सर गंगा राम हॉस्पिटल के सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ. राजेश आचार्य बताते हैं कि कोरोना से ठीक हुए मरीजों में बहुत सारी कॉम्प्लिकेशंस आते हैं. इनमें न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम भी एक है. कुछ मरीजों में स्ट्रोक की समस्या भी हो सकती है. डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट की बीमारियां इनकी दूसरी वजह हो सकती है. यह ऐसी बीमारी है जिन से बचाव संभव है. ऐसा देखा गया है कि हर चार व्यक्ति में से किसी एक को स्ट्रोक की समस्या हो सकती है.
नियमित व्यायाम और योग से बचाव संभव
डॉ. राजेश ने बताया को बचाव के लिए जरूरी है कि हम रेगुलर एक्सरसाइज करें. आजकल जो कोरोना महामारी चल रही है उसमें भी यह पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से एक्सरसाइज करते हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. जिनकी इम्यूनिटी मजबूत होती है उन्हें या तो कोविड इंफैक्शन नहीं होता है और अगर होता भी है तो बहुत हल्का वाला होता है जिसमें खतरा नहीं होता.