नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences) के पैरामेडिकल छात्रों ने ऑप्टोमेट्री के एक छात्र की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शनिवार को धरना (Protest against AIIMS Hospital Administration) दिया. आंदोलनकारी छात्रों ने दावा किया कि मौत अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण (Negligence of the Hospital Administration) हुई है.
धरना दे रहे छात्रों ने कहा कि अगर प्रशासन ने उन्हें अस्पताल परिसर में छात्रावास मुहैया कराया होता तो छात्र की जान बचाई जा सकती थी. अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार से ही ऑप्टोमेट्री बीएससी स्टूडेंट (Optometry BSc students) एम्स परिसर में धरने पर बैठे हुए थे, लेकिन अब उनके को समर्थन देने के लिए रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (Resident Doctors Association) आया है. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन उनकी मांगों को जायज मानते हुए उन्हें समर्थन देने का फैसला किया है. इसके लिए बाकायदा एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट और उनकी पूरी टीम ने एक लेटर जारी कर उन्हें समर्थन देने का ऐलान किया है.
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आपको बता दें कि मृतक अभिषेक मालवीय ऑप्टोमेट्री का प्रथम वर्ष का छात्र था. तीन दिन पहले उसने दम घुटने और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की थी. इसके बाद जब उनके दोस्तों ने मदद मांगी, तो अस्पताल के अधिकारियों ने कथित तौर पर एक एम्बुलेंस देने से इनकार कर दिया. अस्पताल के अधिकारियों का कहना था कि अभिषेक मालवीय छात्रावास में नहीं रहते थे. इसलिए उन्हें एम्बुलेंस की सेवा नहीं दी जा सकती है. ऐसी सेवाओं को अस्पताल परिसर के बाहर रहने वाले छात्रों के लिए विस्तारित नहीं किया जा सकता है.
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