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साहित्य अकादमी पुरस्कार लेने पहुंचा राजस्थान का किसान परिवार

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 से राजस्थान के लेखक रामस्वरूप किसान को नवाजा गया है. शुक्रवार को इस सम्मान को लेने के लिए उनका पूरा परिवार साहित्य अकादेमी पहुंचा था. इस खबर से जानिए आखिर रामस्वरूप के परिवार ने कैसे अपनी खुशी जाहिर की.

rajasthani literature writer ramswaroop kisan got sahitya akedemi award 2019
रामस्वरूप किसान को मिला साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2019
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Published : Feb 28, 2020, 9:56 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 11:31 PM IST

नई दिल्ली: साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 के राजस्थानी भाषा के पुरस्कार से राजस्थान के लेखक रामस्वरूप किसान को नवाजा गया है. रामस्वरूप किसान एक किसान परिवार से हैं और इस सम्मान को लेने के लिए उनका पूरा परिवार साहित्य अकादमी पहुंचा था. जिसमें उनकी पत्नी आनंदी, 2 बेटियां, नाती-पोते उनके साथ आए हुए थे.

साहित्य अकादेमी पुरस्कार लेने पहुंचा किसान परिवार

हाउसवाइफ हैं रामस्वरूप किसान की पत्नी

रामस्वरूप किसान की पत्नी आनंदी ने बताया कि वह एक गृहणी है और किसानी में अपने पति का हाथ बंटाती हैं. उनके पति खेती-बाड़ी के दौरान ही कविता लिखते हैं. लेखक की बेटी सुभद्रा का कहना था कि वह आज बहुत अच्छा खुश है क्योंकि उनके पिता को राजस्थान की लेखनी को लेकर पुरस्कार दिया जा रहा है. ये उनके लिए गर्व की बात है.

'दादा जी तरह बड़े होकर बनना चाहता हूं लेखक'

रामस्वरूप किसान के पोते सुमित जो कि 7वीं क्लास में पढ़ते हैं, उनका कहना था कि वो अपने दादा जी की लिखी हुई किताबें पढ़ते हैं, उन्हें बहुत अच्छा लगता है. वे दादाजी की लिखी हुई कविता और कहानियां पढ़ते हैं. वह भी बड़े होकर बिल्कुल अपने दादाजी की तरह एक लेखक बनना चाहते हैं .

किसानों के जीवन पर लिखते हैं कहानियां

राजस्थानी लेखक रामस्वरुप किसान देश के अन्नदाता के जीवन पर आधारित किताबें लिख चुके हैं. वे अपनी कविता कहानियों के जरिए अन्नदाता की परेशानियों और समस्याओं पर प्रकाश डालते हैं.

नई दिल्ली: साहित्य अकादमी पुरस्कार 2019 के राजस्थानी भाषा के पुरस्कार से राजस्थान के लेखक रामस्वरूप किसान को नवाजा गया है. रामस्वरूप किसान एक किसान परिवार से हैं और इस सम्मान को लेने के लिए उनका पूरा परिवार साहित्य अकादमी पहुंचा था. जिसमें उनकी पत्नी आनंदी, 2 बेटियां, नाती-पोते उनके साथ आए हुए थे.

साहित्य अकादेमी पुरस्कार लेने पहुंचा किसान परिवार

हाउसवाइफ हैं रामस्वरूप किसान की पत्नी

रामस्वरूप किसान की पत्नी आनंदी ने बताया कि वह एक गृहणी है और किसानी में अपने पति का हाथ बंटाती हैं. उनके पति खेती-बाड़ी के दौरान ही कविता लिखते हैं. लेखक की बेटी सुभद्रा का कहना था कि वह आज बहुत अच्छा खुश है क्योंकि उनके पिता को राजस्थान की लेखनी को लेकर पुरस्कार दिया जा रहा है. ये उनके लिए गर्व की बात है.

'दादा जी तरह बड़े होकर बनना चाहता हूं लेखक'

रामस्वरूप किसान के पोते सुमित जो कि 7वीं क्लास में पढ़ते हैं, उनका कहना था कि वो अपने दादा जी की लिखी हुई किताबें पढ़ते हैं, उन्हें बहुत अच्छा लगता है. वे दादाजी की लिखी हुई कविता और कहानियां पढ़ते हैं. वह भी बड़े होकर बिल्कुल अपने दादाजी की तरह एक लेखक बनना चाहते हैं .

किसानों के जीवन पर लिखते हैं कहानियां

राजस्थानी लेखक रामस्वरुप किसान देश के अन्नदाता के जीवन पर आधारित किताबें लिख चुके हैं. वे अपनी कविता कहानियों के जरिए अन्नदाता की परेशानियों और समस्याओं पर प्रकाश डालते हैं.

Last Updated : Feb 28, 2020, 11:31 PM IST
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