नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर पूरे देश के साथ-साथ शाहीन बाग में इसका जमकर विरोध हो रहा है. इसके साथ ही शाहीन बाग की सड़के भी बंद हैं. आज शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को 72 दिन हो गए है. इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारियों की तरफ से रोड को ना खोलने की बात कही जा रही है.
शाहीन बाग में इंसाफ की मांग
आपको बता दें कि ईटीवी भारत ने जब प्रदर्शनकारियों से बातचीत की तो प्रदर्शनकारियों का साफ कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी अपने काले कानून को वापस ले, जैसे ही वे काले कानून को वापस ले लेंगे ठीक वैसे ही रास्ते को खोल दिया जाएगा और कुछ प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक वे लगातार अपना धरना प्रदर्शन देती रहेंगी और अपना विरोध दर्ज करवाती रहेंगे.
72 दिन बाद भी नहीं खुली सड़क
72 दिन बीत जाने के बाद भी शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों में पहले ही जैसा जोश देखा जा रहा है. वार्ताकारों ने महिलाओं से लगातार 4 दिन तक बातचीत की, हालांकि उसका कुछ नतीजा नहीं निकल सका. कुछ प्रदर्शनकारियों का यह भी मानना है कि जो वार्ताकार आए हुए थे वे बातचीत का रास्ता निकालने की कोशिश कर रहे थे लेकिन बीच का रास्ता हम लोग नहीं निकलने देंगे. सरकार तुरंत काले कानून को वापस ले.