नई दिल्ली: नई दिल्ली में मंगलवार को डाक विभाग ने मिलेट मिशन के तहत मिशन मिलेट्स स्टैंप जारी किया है. आईटीसी के मिशन मिलेट्स अभियान के अंतर्गत आईटीसी ने अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के उपलक्ष्य में यह विशेष डाक स्टैंप जारी किया किया है. इसका उद्देश्य श्रीअन्न की खूबियों को मान्यता प्रदान करने एवं बाजरे के प्रति जागरुकता बढ़ाने के राष्ट्रव्यापी प्रयासों को मजबूती प्रदान करना है.
इस अवसर पर चीफ पोस्ट मास्टर जनरल मंजू कुमार, भारतीय डाक, संचार मंत्रालय उपस्थित रहे. आईटीसी अपने पोषण अभियान "हेल्प इंडिया ईट बेटर" और बाजरे के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु प्रतिबद्ध है. यह अभियान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में चलाया जा रहा है.
डाक टिकट पर मिलेट्स के आकर्षक स्केच: इस स्टैंप में एक आकर्षक स्केच बनाया गया है, जो आईटीसी के एग्री बिजनेस डिविजन, फूड बिजनेस डिविजन और आईटीसी होटल के एकजुट एवं सामूहिक प्रयासों को दर्शाता है. इन प्रयासों के माध्यम से ना केवल बाजरे की स्थाई खेती को बढ़ावा मिला है, बल्कि उपभोक्ताओं को पोषण से भरपूर मिलेट्स का स्वाद पहचानने में भी मदद मिली है. आईटीसी ने बाजरे से बने उत्पादों की रेंज विकसित की है, जो दिन भर किसी भी वक्त खाने के लिए उपयुक्त हैं और इन्हें पारंपरिक एवं आधुनिक फॉर्मेट्स में उपलब्ध कराया गया है. इन उत्पादों में रेडी टू ईट प्रोडक्ट्स, कुकीज़, नूडल्स, सेवई, चॉकोस्टिक्स, स्नैक्स तथा मल्टी मिलेट मिक्स एवं रागी आटा जैसे स्टेपल्स का समावेश है.
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भारत पूरे विश्व में बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक: डाक स्टैंप के अनावरण कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने भारत सरकार द्वारा श्री अन्न के प्रचार हेतु उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि भारत पूरे विश्व में बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है. भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इस दिशा में विभिन्न कदम उठाए हैं. इनमें अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023" मनाने, जी20 कृषि मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी करने, हैदराबाद स्थित आईसीएआर-आईएलएमआर को बाजरा (श्री अन्न) के लिए वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र घोषित करने, अप्रैल 2018 में बाजरे को एक पोषक अन्न घोषित करने और पोषण मिशन अभियान इसका समावेश करना शामिल है.
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