नई दिल्ली: देशभर के कई हिस्सों पोलियो उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है. ऐसा ही देश की राजधानी दिल्ली में हो रहा है. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आशा वर्कर घर-घर जाकर 5 साल तक के बच्चों को जिंदगी के दो बूंद कही जाने वाली पोलियो पिलाने में जुट गई है. ऐसा कुछ दिल्ली के संगम विहार में हुआ. संगम विहार गली नंबर-16 में आशा वर्कर और आंगनवाड़ी सेविका घर-घर पहुंचकर बच्चों को पोलियो की ड्रॉप पिला रही है. पिछले महीने इस गली में 14 बच्चों को पोलियो की ड्रॉप पिलाई गए थी. वहीं इस बार 17 बच्चों को ड्रॉप पिलाई गई.
80-85 फीसदी बच्चे टीके से रहे वंचित
लॉकडाउन की वजह से हमेशा चलने वाला ये अभियान बंद करना पड़ा था. इसकी वजह से कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में पैदा होने वाले बच्चों को ही जन्म के समय ये टीके लगाए जा सके थे. यह दिल्ली में होने वाले इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम का मुश्किल से 15 फीसदी ही था, यानी 80-85 फीसदी बच्चे हर तरह की टीके से वंचित रह गए थे, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद स्थिति सामान्य हो गई है.
अनलॉक के पांचवे चरण में इम्यूनाइजेशन का प्रोग्राम फिर से शुरू कर दिया गया है. आंगनवाड़ी और आशा वर्कर महीने में एक बार पोलियो ड्रॉप पिला रही है. यह अभियान सवास्थ्य केंद्रों पर रविवार के दिन ही होता है, लेकिन आशा वर्कर सोमवार और मंगलवार को गली गली घूम कर बच्चों को पोलियो के ड्राप देती हैं.
लोगों के मन में कोरोना का डर
आशा वर्कर आभा रानी ने बताया कि हर महीने हर गली से बच्चों की संख्या बढ़ जाती है, क्योंकि कुछ किराएदार एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट होते रहते हैं. इसकी वजह से यह संख्या घटती-बढ़ती रहती है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर अभी लोग टीके के लिए बच्चों को नहीं ला पा रहे हैं. उनके मन में अभी भी कोरोना को लेकर डर बैठा हुआ है. इसीलिए घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक देनी पड़ती है. लोगों को इस डर से बाहर निकलकर अपने बच्चों को जरूरी टीके जरूर लगाने चाहिए. एक भी बच्चा टीके से वंचित ना रह पाए, इसका ध्यान रखना चाहिए.