नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी में एक बच्ची पर पिटबुल डॉग ने हमला कर उसे लहूलूहान कर दिया. पीड़ित परिवार ने इस मामले की शिकायत शाहाबाद डेयरी थाने में की है. घटना 9 जनवरी की है. शिकायतकर्ता के मुताबिक, जब 7 वर्षीय बच्ची अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी उसी वक्त पड़ोस में रहने वाले पिटबुल कुत्ते ने उसके ऊपर हमला कर दिया. कड़ी मशक्कत के बाद लोगों ने बच्ची को कुत्ते के वार से बचाया. लेकिन तब तक बच्ची को कुत्ता कई जगह से काट चुका था. फिलहाल, पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है.
पीड़ित के पिता ने एक रैली निकाली. इसमें भारी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए. इस दौरान पीड़ित ने कहा कि कुत्ता पालना गलत नहीं है. यदि किसी में कुत्ते से होने वाली दुर्घटना को रोकने की क्षमता हो तो वह व्यक्ति रखें. लेकिन, कुत्ता रखने वाले की लापरवाही के कारण यदि कोई दुर्घटना होता है तो सख्त सजा का प्रावधान होना चाहिए.
पीड़ित का कहना है कि ज्यादातर लोग कुत्ता पालने के लिए आवश्यक लाइसेंस भी नहीं रखते हैं. न ही पालतू कुत्ते को रखने के लिए आवश्यक मापदंड या नियम का पालन करते हैं. यदि कानून एवं न्यायिक निर्णय कुत्तों के अधिकार की पुष्टि करते हैं तो भारत का संविधान भी मनुष्य को जीवन एवं व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार देता है.
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बता दें, कभी मनुष्य एवं कुत्ता करीबी मित्र हुआ करते थे. परन्तु आज कुत्तों की बढ़ती आबादी एवं कुत्तों से होने वाली राष्ट्रव्यापी निरन्तर दुर्घटनाओं के कारण इस मित्रता पर प्रश्न चिह्न लगता नजर आ रहा है. आज प्रशासन के लिए कुत्तों का आतंक कानून-व्यवस्था जैसी चुनौती बनती जा रही है. प्रशासन को जल्द इस समस्या से निपटने के उपाय ढूंढने होंगे. फिलहाल, पुलिस द्वारा मामले में आईपीसी की धाराओं के तहत विधिक कार्यवाही की जा रही है.