नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और इसी बीच दिल्ली के अस्पतालों की हालत भी बद से बदतर होती जा रही है. हम बात कर रहे हैं दिल्ली के छतरपुर में बनाए गए कोविड हॉस्पिटल की.
छतरपुर स्थित राधा स्वामी कोविड अस्पताल को दिल्ली सरकार के द्वारा बनाया गया है, जहां पर 500 बेड की व्यवस्था की गई है. लेकिन यहां पर इलाज के नाम पर लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर कई सवालिया निशान खड़े किए हैं, जहां पर उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

मरीजों के परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
आज छतरपुर में स्थित सरदार कोविड अस्पताल में कई लोगों ने जमकर बवाल काटा और अस्पताल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए सवालिया निशान खड़े किए हैं. मरीजों के परिजनों का आरोप है कि हमारा मरीज अस्पताल में भर्ती है, लेकिन न उनको कोई खाना दिया जा रहा है और न उनको कोई दवाई दी जा रही है. उनका सुबह से फोन आ रहा है. हमारे मरीज फोन पर बता रहे हैं कि किस तरह से अस्पताल में उनको खाने और पीने के लिए पानी की व्यवस्था भी नहीं है और उनकी जिंदगी बद से बदतर कर दी है. जब हम लोग आए हैं तो हमको भी अपने परिजनों से नहीं मिलने दिया जा रहा है. हम काफी परेशान हैं और अस्पताल प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है, एक तानाशाही रवैया अपनाए हुए है.

अस्पताल प्रशासन पर मनमानी का आरोप
एक महिला ने ईटीवी भारत से बात करते हुए सरदार कोविड हॉस्पिटल में अस्पताल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पति को उन्होंने 3 दिन पहले यहां पर भर्ती कराया था, लेकिन 3 दिन के बाद भी न तो उनके पति के बारे में उन्हें कोई जानकारी दी जा रही है और न ही उनको अस्पताल में घुसने दिया जा रहा है. उनका आरोप है कि उनके पति मर चुके हैं और यह लोग पैसे की मांग कर रहे हैं. महिला का कहना है कि जब उनके पति मर चुके हैं तो वह किस बात के इनको पैसे दें. उन्होंने कहा कि अब बॉडी भी नहीं दे रहे हैं मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. मैं काफी परेशान हूं. इतना ही नहीं महिला ने यह तक कह दिया कि मुझे भी आप मार दो मैं जीना नहीं चाहती. यहां पर अस्पताल प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है.