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DDA दफ्तर पर लोगों ने किया प्रदर्शन, तानाशाही का लगाया आरोप - आईटीओ

दिल्ली के बदरपुर में ओजोन को हटाने को लेकर लोगों ने आईटीओ स्थित डीडीए के दफ्तर विकास मीनार पर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि उनका क्षेत्र यमुना से लगभग 4 किलोमीटर दूर है, लेकिन इसके बावजूद उनके क्षेत्र को ओ-जोन में रख दिया गया है. उन्होंने बताया इसकी वजह से उनके क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है.

People demonstrated in Badarpur to remove ozone in delh
ओ-जोन से हमारे क्षेत्र को बाहर करे डीडीए
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Published : Dec 9, 2019, 7:25 PM IST

Updated : Dec 9, 2019, 8:16 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बदरपुर और आसपास के क्षेत्रों पर लगे ओजोन को हटाने की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने डीडीए के दफ्तर विकास मीनार पर प्रदर्शन किया. लोगों ने मांग की उनके क्षेत्र को ओ-जोन से बाहर निकाला जाए ताकि अनाधिकृत कॉलोनियों के साथ उनकी कॉलोनी भी पास हो सके. इसकी वजह से न केवल विकास रुका हुआ है बल्कि बच्चों की शादी करना भी मुश्किल हो रहा है.

ओ-जोन से हमारे क्षेत्र को बाहर करे डीडीए

'नहीं हो पा रहा क्षेत्र में विकास'
प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे अनिल शर्मा ने बताया कि उनका क्षेत्र यमुना से लगभग 4 किलोमीटर दूर है, लेकिन इसके बावजूद उनके क्षेत्र को ओ-जोन में रख दिया गया है. उन्होंने बताया इसकी वजह से उनके क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है. वह लगातार इसे हटवाने का प्रयास कर रहे हैं और साल 2013 में इस बाबत कोर्ट का आदेश भी आ गया था. लेकिन इसके बावजूद कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत कर इस पर स्टे लगा दिया है, जिसकी वजह से उनका क्षेत्र इससे बाहर नहीं हो पा रहा है.


300 मीटर तक का क्षेत्र आना चाहिए ओ-जोन के अंदर
प्रदर्शन में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि सरकार के मुताबिक ओ-जोन में उन क्षेत्रों को रखा जाता है जो यमुना से 300 मीटर की दूरी पर हैं. इसका मुख्य मकसद यमुना की रक्षा करना है.


दरअसल इसके आसपास का क्षेत्र दलदली मिट्टी है जिसकी वजह से अगर वहां घर बनाया जाए तो वह गिर सकता है. लेकिन उनका क्षेत्र यहां से लगभग 3 किलोमीटर दूर है. इसके बावजूद उसे ओ-जोन में रखा गया है. प्रदर्शन के जरिए वह मांग कर रहे हैं कि उनके क्षेत्र को ओ-जोन से बाहर निकाला जाए ताकि उनके भी क्षेत्र का विकास हो सके.


अनाधिकृत कॉलोनी में उनका भी नाम
प्रदर्शनकारी ने बताया कि सरकार द्वारा तैयार की गई अनाधिकृत कालोनियों की सूची में उनके क्षेत्र का भी नाम था. लेकिन केवल ओ-जोन लगे होने की वजह से उनकी कालोनियां पास नहीं हो सकती. आज वह अपने इलाके में मकान नहीं बना सकते हैं और ना ही यहां नालियां बन सकती है. इसकी वजह से यहां पर किसी भी प्रकार का विकास नहीं हो पाता. आज घर परिवार बढ़ रहा है, लेकिन उनके पास रहने के लिए जगह नहीं है.

बच्चों की नहीं हो रही शादी
प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने बताया कि आज उन्हें बच्चों की शादी करनी है, लेकिन उनके पास बच्चों को रखने के लिए जगह नहीं है. यहां पर वह मकान बना नहीं सकते. जिसकी वजह से बच्चों की शादी तक रुकी हुई है. ऐसे में वह यही मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उनके यहां लगा हुआ ओ-जोन हटाया जाए ताकि बच्चों की शादी हो सके.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बदरपुर और आसपास के क्षेत्रों पर लगे ओजोन को हटाने की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने डीडीए के दफ्तर विकास मीनार पर प्रदर्शन किया. लोगों ने मांग की उनके क्षेत्र को ओ-जोन से बाहर निकाला जाए ताकि अनाधिकृत कॉलोनियों के साथ उनकी कॉलोनी भी पास हो सके. इसकी वजह से न केवल विकास रुका हुआ है बल्कि बच्चों की शादी करना भी मुश्किल हो रहा है.

ओ-जोन से हमारे क्षेत्र को बाहर करे डीडीए

'नहीं हो पा रहा क्षेत्र में विकास'
प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे अनिल शर्मा ने बताया कि उनका क्षेत्र यमुना से लगभग 4 किलोमीटर दूर है, लेकिन इसके बावजूद उनके क्षेत्र को ओ-जोन में रख दिया गया है. उन्होंने बताया इसकी वजह से उनके क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है. वह लगातार इसे हटवाने का प्रयास कर रहे हैं और साल 2013 में इस बाबत कोर्ट का आदेश भी आ गया था. लेकिन इसके बावजूद कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत कर इस पर स्टे लगा दिया है, जिसकी वजह से उनका क्षेत्र इससे बाहर नहीं हो पा रहा है.


300 मीटर तक का क्षेत्र आना चाहिए ओ-जोन के अंदर
प्रदर्शन में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि सरकार के मुताबिक ओ-जोन में उन क्षेत्रों को रखा जाता है जो यमुना से 300 मीटर की दूरी पर हैं. इसका मुख्य मकसद यमुना की रक्षा करना है.


दरअसल इसके आसपास का क्षेत्र दलदली मिट्टी है जिसकी वजह से अगर वहां घर बनाया जाए तो वह गिर सकता है. लेकिन उनका क्षेत्र यहां से लगभग 3 किलोमीटर दूर है. इसके बावजूद उसे ओ-जोन में रखा गया है. प्रदर्शन के जरिए वह मांग कर रहे हैं कि उनके क्षेत्र को ओ-जोन से बाहर निकाला जाए ताकि उनके भी क्षेत्र का विकास हो सके.


अनाधिकृत कॉलोनी में उनका भी नाम
प्रदर्शनकारी ने बताया कि सरकार द्वारा तैयार की गई अनाधिकृत कालोनियों की सूची में उनके क्षेत्र का भी नाम था. लेकिन केवल ओ-जोन लगे होने की वजह से उनकी कालोनियां पास नहीं हो सकती. आज वह अपने इलाके में मकान नहीं बना सकते हैं और ना ही यहां नालियां बन सकती है. इसकी वजह से यहां पर किसी भी प्रकार का विकास नहीं हो पाता. आज घर परिवार बढ़ रहा है, लेकिन उनके पास रहने के लिए जगह नहीं है.

बच्चों की नहीं हो रही शादी
प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने बताया कि आज उन्हें बच्चों की शादी करनी है, लेकिन उनके पास बच्चों को रखने के लिए जगह नहीं है. यहां पर वह मकान बना नहीं सकते. जिसकी वजह से बच्चों की शादी तक रुकी हुई है. ऐसे में वह यही मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उनके यहां लगा हुआ ओ-जोन हटाया जाए ताकि बच्चों की शादी हो सके.

Intro:नई दिल्ली
बदरपुर एवं आसपास के क्षेत्रों पर लगे ओजोन को हटाने की मांग को लेकर इलाके के सैकड़ों निवासियों ने सोमवार को आईटीओ स्थित डीडीए के दफ्तर विकास मीनार पर प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की कि उनके क्षेत्र को ओ-जोन से बाहर निकाला जाए ताकि अनाधिकृत कॉलोनियों के साथ उनकी कॉलोनी भी पास हो सके. इसकी वजह से न केवल विकास रुका हुआ है बल्कि बच्चों की शादी करना भी मुश्किल हो रहा है.


Body:प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे अनिल शर्मा ने बताया कि उनका क्षेत्र यमुना से लगभग 4 किलोमीटर दूर है, लेकिन इसके बावजूद उनके क्षेत्र को ओ-जोन में रख दिया गया है. उन्होंने बताया इसकी वजह से उनके क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है. वह लगातार इसे हटवाने का प्रयास कर रहे हैं और वर्ष 2013 में इस बाबत कोर्ट का आदेश भी आ गया था. लेकिन इसके बावजूद कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत कर इस पर स्टे लगा दिया है, जिसकी वजह से उनका क्षेत्र इससे बाहर नहीं हो पा रहा है.


300 मीटर तक का क्षेत्र आना चाहिए ओ-जोन के अंदर
प्रदर्शन में शामिल एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि सरकार के अनुसार ओ-जोन में उन क्षेत्रों को रखा जाता है जो यमुना से 300 मीटर की दूरी पर हैं. इसका मुख्य मकसद यमुना की रक्षा करना है. दरअसल इसके आसपास का क्षेत्र दलदली मिट्टी है जिसकी वजह से अगर वहां घर बनाया जाए तो वह गिर सकता है. लेकिन उनका क्षेत्र यहां से लगभग 3 किलोमीटर दूर है. इसके बावजूद उसे ओ-जोन में रखा गया है. प्रदर्शन के जरिए वह मांग कर रहे हैं कि उनके क्षेत्र को ओ-जोन से बाहर निकाला जाए ताकि उनके भी क्षेत्र का विकास हो सके.


अनाधिकृत कॉलोनी में उनका भी नाम
प्रदर्शनकारी ने बताया कि सरकार द्वारा तैयार की गई अनाधिकृत कालोनियों की सूची में उनके क्षेत्र का भी नाम था. लेकिन केवल ओ-जोन लगे होने की वजह से उनकी कालोनियां पास नहीं हो सकती. आज वह अपने इलाके में मकान नहीं बना सकते हैं और ना ही यहां नालियां बन सकती है. इसकी वजह से यहां पर किसी भी प्रकार का विकास नहीं हो पाता. आज घर परिवार बढ़ रहा है, लेकिन उनके पास रहने के लिए जगह नहीं है.


Conclusion:बच्चों की नहीं हो रही शादी
प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने बताया कि आज उन्हें बच्चों की शादी करनी है, लेकिन उनके पास बच्चों को रखने के लिए जगह नहीं है. यहां पर वह मकान बना नहीं सकते जिसकी वजह से बच्चों की शादी तक रुकी हुई है. ऐसे में वह यही मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द उनके यहां लगा हुआ ओ-जोन हटाया जाए ताकि बच्चों की शादी हो सके.
Last Updated : Dec 9, 2019, 8:16 PM IST
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