नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के आया नगर से कांग्रेस पार्षद ने दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ सैकड़ों की तादाद में स्थानीय लोगों के साथ धरना प्रदर्शन किया और दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. स्थानीय लोगों के हाथ में बैनर पट्टी और पंपलेट थे जहां पर दिल्ली सरकार के खिलाफ नई शराब आबकारी नीति का विरोध साफ दिखाई दे रहा था. स्थानीय महिलाओं ने भी दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और नई शराब आबकारी नीति को वापस लेने के लिए कहा और दिल्ली सरकार को चेतावनी भी दी.
बता दें कि दिल्ली सरकार की नई शराब आबकारी नीति के खिलाफ बीजेपी और कांग्रेस पार्टी ने जमकर धरना प्रदर्शन किया था. इसके बावजूद दिल्ली में कई जगह शराब के ठेके खोले गए, लेकिन छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के आया नगर में शराब के ठेके के विरोध में स्थानीय महिलाओं और युवाओं ने जमकर दिल्ली शराब के खिलाफ नारेबाजी की और पैदल मार्च निकाला.
स्थानीय निगम पार्षद वेदपाल लोहिया ने बताया कि सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी तमाम तरह के लोगों के लिए वादे करती थी और उनका साफ तौर पर कहना था कि दिल्ली में अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो हम नशे पर प्रतिबंध लगाएंगे, लेकिन अब दिल्ली सरकार खुद नशे को बढ़ावा दे रही है.
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उन्होंने कहा है कि आया नगर में करीब डेढ़ लाख की आबादी है. यहां पर बहुत सारी संख्या में गरीब तबके के लोग रहते हैं. पढ़ने लिखने वाले लोग, नौकरी पैसे वाले लोग रहते हैं. सुबह मेट्रो से गुरुग्राम के लिए लोग नौकरी के लिए जाते हैं जहां पर शराब का ठेका खोला जाता है तो यहां पर शराबियों की भीड़ लगी रहेगी और उसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
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केजरीवाल सरकार ने वादा किया था कि हम महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर हैं. महिलाओं से पहले बात करेंगे, लेकिन ना तो उन्होंने महिलाओं से बात की सिर्फ अपने आने के लिए शराब के ठेके खोल दी. शराब के ठेकों की वजह से इलाके के लोगों पर कितना असर पड़ेगा नौजवान दारू पीना सीखेंगे और महिलाओं पर अत्याचार भी बढ़ेगा, लेकिन अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुखिया बन गए और वो पंजाब में जाकर उड़ता पंजाब कहते हैं. दिल्ली को रॉकेट बना रहे हैं.