नई दिल्लीः नॉर्थ मेडिकल कॉरपोरेशन के तहत आने वाले हॉस्पिटल में डॉक्टर की सितंबर महीने तक सैलरी मिलने के बाद उनका हड़ताल समाप्त हो गया और वे काम पर लौट आए. लेकिन इन अस्पतालों में काम करने वाले नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ के सितंबर तक की सैलरी उनके अकाउंट में क्रेडिट नहीं हो पाया है.
हालांकि मेयर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सूचना दी है कि नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ की भी सितंबर महीने तक सैलरी जारी कर दी गई है, लेकिन नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि उनके अकाउंट में सैलरी अभी तक नहीं आई है और जब तक उनके अकाउंट में सैलरी नहीं आएगी, तब तक उनका प्रोटेस्ट जारी रहेगा.
नर्सिंग स्टाफ यूनियन के महासचिव बीएल शर्मा ने बताया कि गुरुवार शाम को मेयर प्रोटेस्ट कर रहे नर्सिंग स्टाफ से मिलने के लिए आए थे, तो उन्होंने मौखिक तौर पर यह कहा था कि उन्होंने सितंबर महीने तक की सैलरी जारी कर दी है. लेकिन जब उनसे मिनट्स ऑफ मीटिंग मांगा गया तो उन्होंने अधिकारियों से लेने को कहा और जब अधिकारी से मांगा गया, तो उन्होंने इसे सोमवार तक के लिए टाल दिया है.
उन्हें इस बात का डर है कि बदले की कार्रवाई के तहत प्रोटेस्ट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले नर्सिंग स्टाफ को कहीं टारगेट ना किया जाए. जब तक हमारे पास मिनट्स आफ मीटिंग नहीं आएगा और उसमें इस बात का उल्लेख नहीं होगा कि कर्मचारियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी और हड़ताल के दौरान उनकी सैलरी पूरी दी जाएगी, तब तक वे अपना हड़ताल वापस नहीं लेंगे.
'आम लोगों को दो दिन और होगी परेशानी'
शर्मा ने बताया कि अधिकारियों की वजह से आम लोगों को अभी 2 दिन और अस्पतालों में इलाज के लिए परेशान होना पड़ेगा. अधिकारी इस बात को नहीं समझते. उन्हें आम लोगों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है. वरना मिनट्स ऑफ मीटिंग देने में उन्हें कोई परहेज नहीं होनी चाहिए. इसके लिए वह बहानेबाजी कर रहे हैं. जब तक नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ की सैलरी उनके अकाउंट में क्रेडिट नहीं होगी, तब तक नॉर्थ एमसीडी के सभी अस्पताल हिंदू राव, कस्तूरबा गांधी, राजन बाबू टीबी अस्पताल और गिरधारी लाल अस्पताल के नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ हड़ताल पर ही रहेंगे.
नर्सिंग स्टाफ यूनियन की महासचिव मंजू लता ने बताया कि गुरुवार शाम मेयर उनसे मुलाकात के लिए आए थे और उन्होंने कहा हमारी सैलरी जारी कर दी गई है. मीटिंग की मिनट भी हमें दे दिया जाएगा, लेकिन अधिकारियों ने मिनट्स ऑफ मीटिंग देने से मना कर दिया है.
'एकाउंट अधिकारी बिल में कर रहे हेराफेरी'
मंजू लता ने बताया कि जब हॉस्पिटल आकर एकाउंट डिपार्टमेंट में सैलरी के स्टेटस के बारे में मालूम किया तो पता चला कि 3 महीने पहले जो बिल तैयार हो जाने चाहिए थे, उसे अभी तक तैयार नहीं किया गया था. इस आधार पर एकाउंट डिपार्टमेंट ने सैलरी को होल्ड कर दिया है. बिल को लेकर की भी अकाउंट ऑफिसर हेराफेरी कर रहे हैं.