नई दिल्ली: भले ही दिल्ली सरकार ने आयुष्मान भारत योजना दिल्ली में लागू नहीं किया हो, लेकिन नई दिल्ली नगरपालिका क्षेत्र में अब यह योजना लागू होने वाली है, जिसका फायदा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को मिलेगा. इसके लिए बुधवार को काउंसिल की बैठक में सैंद्धातिक मंजूरी दे दी है. इसके बाद अब इस प्रस्ताव की डिटेल रिपोर्ट तैयार की जाएगी. जिसे काउंसिल की मंजूरी से लागू कर दिया जाएगा. सर्वाधिक फायदा इस एनडीएमसी की 18 झुग्गी बस्तियों को होगा. साथ ही सांसदों और केंद्रीय अधिकारियों व कर्मचारियों के यहां काम करने वाले घरेलू कामगार भी इसके दायरे में आ सकेंगे.
एनडीएमसी सदस्य चहल ने परिषद की बैठक में एक टेबल एजेंडा रखा
एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत सिंह चहल ने अपने निवासियों के लिए एनडीएमसी क्षेत्र में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेवाई) की परिषद की बैठक में एक टेबल एजेंडा रखा. परिषद ने सैद्धांतिक रूप से अपने निवासियों के लिए एनडीएमसी क्षेत्र में केंद्र की प्रमुख आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेवाई) योजना को लागू करने को मंजूरी दी. चहल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2018 में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) शुरू की थी. भारत के लगभग 50 करोड़ नागरिकों को उनकी स्वास्थ्य आवश्यकता में योजना का लाभ दिया गया है. बीमा योजना का उद्देश्य माध्यमिक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती मरीज के लिए प्रति परिवार 5 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवर प्रदान करना है.
एनडीएमसी क्षेत्र के 50 फीसदी आबादी को मिलेगा लाभ
एनडीएमसी क्षेत्र के 50 फीसदी से अधिक निवासी इस योजना से लाभान्वित होंगे. इसके अलावा ऐसे कर्मचारी जो एनडीएमसी के क्षेत्र में रह रहे हैं, अपनी स्वास्थ्य आवश्यकता के लिए किसी भी योजना में शामिल नहीं हैं. इस योजना में जेजे क्लस्टर क्षेत्र के निवासी, नौकर क्वार्टर, धोबी घाट और अन्य कर्मचारी और उनके परिवार को भी शामिल किया जा रहा है जो किसी भी स्वास्थ्य योजना में शामिल नहीं हैं.
एनडीएमसी सदस्य कुलजीत चहल ने पिछली बैठक में सीएम की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाया
परिषद की बैठक में चर्चा के लिए एजेंडा आइटम लेने से पहले सदस्य, एनडीएमसी कुलजीत सिंह चहल ने पिछली परिषद की बैठकों में केजरीवाल की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाया. चहल ने यह भी सवाल उठाया कि एनडीएमसी कर्मचारियों के डीटीएल मुद्दे को हल करने के लिए केजरीवाल द्वारा कितनी बैठकें की गईं. परिषद ने सैद्धांतिक रूप से भी संकल्प लिया है कि एनडीएमसी क्षेत्र में हनुमान मंदिर, गुरुद्वारों और सभी धार्मिक स्थलों के आसपास के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण, मरम्मत, हाउसकीपिंग और रखरखाव की परियोजना की एक विस्तृत रिपोर्ट का मुद्दा एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत सिंह चहल ने उठाया.