नई दिल्ली: लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के नए डायरेक्टर कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं. डॉ. सुरेश प्रभु कुमार ने 15 मई को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) के नए डायरेक्टर का पदभार संभाल लिया था और उस दिन उनके स्वागत में सोशल डिस्टेंसिंग और प्रोटोकॉल्स का बिल्कुल पालन नहीं किया गया. डायरेक्टर के स्वागत की कितनी ही तस्वीरें सामने आईं थीं, जिसमें किसी ने मास्क नहीं पहना था.
इसे लेकर ईटीवी भारत ने खबर भी चलाई थी. डॉ. सुरेश ने कोविड के बढ़ते प्रकोप के बीच जो लापरवाही दिखाई उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने लापरवाही बरत कर ना सिर्फ अपने स्टाफ को खतरे में डाल दिया हैं, बल्कि अपने परिवार के सदस्यों को भी कोविड सस्पेक्ट बना दिया है.
बढ़ती उम्र की वजह से हटाए गए थे पूर्व डायरेक्टर
आपको बता दें कि कुछ हफ्ते पहले ही एलएनजेपी अस्पताल के पूर्व डायरेक्टर डॉ. जेसी पासी को उनकी बढ़ती उम्र का हवाला देकर उन्हें मेडिकल डायरेक्टर पद से हटा दिया गया था. 2 महीने पहले ही उन्हें अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक पद से पदोन्नत कर मेडिकल डायरेक्टर बनाया गया था. अंदरखाने से जो खबर आ रही है, उसके मुताबिक कोरोना मामले को ठीक से हैंडल नहीं कर पाने की वजह से उन्हें अचानक से पद से मुक्त कर दिया गया. डॉ. पासी ने कोविड के बनाए जाने वाले डाटाबेस पर भी सवाल उठाए थे, जिसके सार्वजनिक होने के बाद ही ये एक्शन लिया गया.
अधिक उम्र के लिए कोरोना खतरा
बताया जा रहा है कि अधिक उम्र वाले लोग, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है, उन्हें कोविड इन्फेक्शन की आशंका ज्यादा होती है. डॉ. पासी 62 साल के हो चुके थे. केंद्र सरकार के नए नियम के मुताबिक डॉक्टर 65 साल तक अपनी सेवा दे सकते हैं.