नई दिल्ली: रूबेला एक वायरल संक्रमण रोग होता है, जिसमें लोगों को आमतौर पर हल्की बीमारी के लक्षण होते हैं. इसमें बुखार, गले में खराश और चेहरे पर शुरू होने वाले दाने शामिल हैं, जो शरीर के सभी हिस्सों में फैल सकते हैं. रूबेला वायरस प्रेग्नेंट महिलाओं में मिसकेरेज की समस्या या बच्चों में गंभीर जन्म दोष पैदा कर सकता है. ऐसे में रूबेला के खिलाफ सबसे अच्छा बचाव MR वैक्सीन है.
देश की राजधानी दिल्ली में इस अभियान की शुरुआत मोतीबाग स्थित एनडीएमसी के चरक पालिका अस्पताल से की गई है. इस अभियान का आरंभ नई दिल्ली जिलाधिकारी संतोष कुमार राय द्वारा की गई. नई दिल्ली के डीएम के समक्ष नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूकता फैलाने गया, साथ ही इस कार्यक्रम की शुरुआत में चित्रकला का आयोजन किया गया और इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया.
नई दिल्ली जिला के डीएम संतोष राय ने खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि दिल्ली में भले ही इस अभियान को देरी से शुरू किया गया हो, लेकिन 6 हफ्तों तक इस अभियान को चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस अभियान की शुरुआत दिल्ली के चरक पालिका अस्पताल से की गई है. बच्चों के शरीर में आमतौर पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं जो रूबेला का पहला संकेत है. ये दाने आमतौर पर पहले चेहरे पर दिखाई देते हैं और फिर शरीर के बाकी हिस्सों में धीरे-धीरे फैल जाते हैं. ये लगभग तीन दिन तक रहता है.
इस टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए NDMC के चरक पालिका अस्पताल में दिल्ली प्रशासन से एसडीएम बाबूलाल मीणा, निदेशक स्वास्थ्य डीएस कुंजवाल, सीडीएमओ डॉ. परवीन बाला, ओएचडी डॉ. चंचल चितवन, जिला प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. पंकज चतुर्वेदी, एसडीएम वसंत विहार विनय जिंदल, सीएमओ डॉक्टर सीके माटे, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप कौशिक, डॉ. सुमिता बग्गा, डॉ. सीके बक्शी, महिला एवं बाल विकास मंजू वासनी, डब्ल्यूएचओ डॉ. सीमा चौधरी, सहित कई वरिष्ठ डॉक्टर इस टीकाकरण अभियान में शामिल हुए.
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