नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी अलग-अलग मुद्दों को लेकर कई बार चुनाव आयोग पर भारतीय जनता के पार्टी के इशारे पर काम करने का आरोप लगा चुकी है. एक बार फिर मनीष सिसोदिया ने चुनाव आयोग पर ऐसा आरोप लगाया है.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि वो भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है. दरअसल दिल्ली सरकार हर साल गर्मियों की छुट्टी में समर कैंप और मिशन बुनियाद का आयोजन करती है. अभिभावकों तक इसकी जानकारी पहुंचाने के लिए सरकार रेडियो और अखबारों में विज्ञापन देती है.
नहीं मिली अनुमति
इस बार क्योंकि आचार संहिता लागू है, इसलिए दिल्ली सरकार को इसके लिए चुनाव आयोग से इजाजत लेने की जरूरत पड़ी. मनीष सिसोदिया ने जब चुनाव आयोग को पत्र लिखा तो आयोग ने इसकी अनुमति देने से मना कर दिया. आयोग की तरफ से आदर्श आचार संहिता का हवाला दिया गया.
आयोग पर उठाए सवाल
सिसोदिया ने कहा कि समर कैम्प में हम तीसरी से आठवीं तक के बच्चों को विशेष क्लासेज देते हैं. इसमें क्या चुनाव प्रचार दिख रहा है? सिसोदिया ने कहा कि इसमें तो किसी का नाम भी नहीं जा रहा है. मनीष सिसोदिया ने वो पूरा कंटेंट पढ़कर सुनाया, जिसे विज्ञापन के तौर पर रेडियो पर प्रसारित होना था और अखबारों में जाना था.
'चुनाव आयोग स्वतंत्र नहीं रहा'
मनीष सिसोदिया ने सवाल किया कि क्यों चुनाव आयोग बीजेपी की पॉलिसी पर चल रहा है? पेट्रोल पंप पर उज्ज्वला का विज्ञापन मिल जाएगा, नमो टीवी पर विशुद्ध तौर पर प्रचार चल रहा है, लेकिन हम अभिभावकों को जानकारी देने के लिए एक विज्ञापन दे रहे हैं, उससे भी चुनाव आयोग को आपत्ति है. इससे साफ है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र नहीं रहा.
पूरे मामले को लेकर सिसोदिया ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को अपना नाम बदलकर भारतीय जनता पार्टी चुनाव आयोग कर लेना चाहिए.