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दिल्ली: सेंसिटिविटी रेट ज्यादा होने के बाद कम हो रही RT-PCR टेस्टिंग, जानिए वजह

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Published : Sep 6, 2020, 8:29 AM IST

Updated : Sep 6, 2020, 8:53 AM IST

दिल्ली में एक बार फिर कोविड पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ने लगी हैं. वहीं आरटी पीसीआर टेस्ट 98 फीसदी से घटकर 56 फीसदी, जबकि एंटीजन टेस्टिंग 2 फीसदी से बढ़कर 56 फिसदी हो गया है. दोनों टेस्टिंग में आरटी पीसीआर का सेंसटिविटी रेट ज्यादा है. इस खबर में जानिए इसको लेकर एक्सपर्ट क्या कहते हैं.

know why RT PCR corona testing decreased in delhi from 98 to 56 percent
कम हुई RT-PCR टेस्टिंग

नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में हर दिन दर्ज होने वाले कोरोना केसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले दो महीने में आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या भी कम हुई है. जहां जून महीने में 98 फीसदी तक जांच आरटी पीसीआर से होती थी, वहीं अब यह सिर्फ 56 फीसदी रह गई है. जून में एंटीजन टेस्टिंग की शुरुआत 2 फीसदी के साथ हुई थी. वहीं दो महीने बाद एंटीजन टेस्टिंग बढ़कर 44 फीसदी हो गई है. एंटीजन टेस्टिंग का सेंसिटिव रेट सिर्फ 30-40 फीसदी ही हैं, जबकि आरटी पीसीआर टेस्टिंग किट का सेंसटिविटी रेट 60-70 फीसदी तक है.

एक्सपर्ट से जनिए दिल्ली में क्यों कम हुई RT-PCR टेस्टिंग

पॉजिटिविटी रेट 9 फीसदी से कम

दिल्ली में बढ़ते एंटीजन टेस्टिंग को लेकर आरएमएल हॉस्पिटल के आईसीयू एक्सपर्ट डॉ. सक्षम मित्तल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कुछ विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि दिल्ली में कोविड-19 का यह सेकंड वेब है. जितना टेस्ट दिल्ली सरकार करवा रही है, अगर उसे कुल कोविड पॉजिटिव केस से डिवाइड करें तो अभी भी यह पॉजिटिविटी रेट 9 फीसदी से कम ही है. ज्यादा टेस्ट करने का मतलब है ज्यादा मरीजों का पॉजिटिव आना, लेकिन अभी तक दिल्ली में यह अनुपात 9 फीसदी से कम ही रहा है.

एंटीजन टेस्टिंग की सेंसटिविटी 30-40 फीसदी
डॉ. सक्षम बताते हैं कि रैपिड एंटीजन टेस्ट का क्या रोल है, ये जानते हैं. टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने से कोरोना को कंट्रोल करना आसान हो जाता है. इससे यह होगा कि हम जल्दी पॉजिटिव केसेस की पहचान कर पाएंगे और कोरोना को कंट्रोल कर पाएंगे. इसके लिए जरूरी है कि आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाएं, क्योंकि यह गोल्ड स्टैंडर्ड टेस्टिंग मेथड है. इसकी सेंसटिविटी अभी भी 70-80 फीसदी है. अभी दिल्ली में रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ा दी गई है. इसका सेंसिटीविटी रेट बहुत कम है. इसकी सेंसटिविटी 30-40 फीसदी तक ही है. इसके बहुत से केसेज फॉल्स नेगेटिव हो जाते हैं. नेगेटिव होने का यह मतलब नहीं है कि आप पूरी तरह से संक्रमण से दूर हैं. इसके बावजूद भी आप कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं.

सरकार बढ़ाए आरटी पीसीआर टेस्टिंग
डॉ. सक्षम के मुताबिक, दिल्ली सरकार को ऐसे में एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के बजाय आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ानी चाहिए. अगर सरकार आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने में सक्षम नहीं है, तो एंटीजन टेस्ट के भी अपने फायदे हैं. आधे घंटे के अंदर में ही रिजल्ट आ जाता है. अगर इसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो उसका आरटी पीसीआर कंफर्म किया जा सकता है. अगर जल्दी ही कोविड को कंट्रोल करना है, तो निश्चित तौर पर आरटी पीसीआर टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी होगी.





नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में हर दिन दर्ज होने वाले कोरोना केसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले दो महीने में आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या भी कम हुई है. जहां जून महीने में 98 फीसदी तक जांच आरटी पीसीआर से होती थी, वहीं अब यह सिर्फ 56 फीसदी रह गई है. जून में एंटीजन टेस्टिंग की शुरुआत 2 फीसदी के साथ हुई थी. वहीं दो महीने बाद एंटीजन टेस्टिंग बढ़कर 44 फीसदी हो गई है. एंटीजन टेस्टिंग का सेंसिटिव रेट सिर्फ 30-40 फीसदी ही हैं, जबकि आरटी पीसीआर टेस्टिंग किट का सेंसटिविटी रेट 60-70 फीसदी तक है.

एक्सपर्ट से जनिए दिल्ली में क्यों कम हुई RT-PCR टेस्टिंग

पॉजिटिविटी रेट 9 फीसदी से कम

दिल्ली में बढ़ते एंटीजन टेस्टिंग को लेकर आरएमएल हॉस्पिटल के आईसीयू एक्सपर्ट डॉ. सक्षम मित्तल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कुछ विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि दिल्ली में कोविड-19 का यह सेकंड वेब है. जितना टेस्ट दिल्ली सरकार करवा रही है, अगर उसे कुल कोविड पॉजिटिव केस से डिवाइड करें तो अभी भी यह पॉजिटिविटी रेट 9 फीसदी से कम ही है. ज्यादा टेस्ट करने का मतलब है ज्यादा मरीजों का पॉजिटिव आना, लेकिन अभी तक दिल्ली में यह अनुपात 9 फीसदी से कम ही रहा है.

एंटीजन टेस्टिंग की सेंसटिविटी 30-40 फीसदी
डॉ. सक्षम बताते हैं कि रैपिड एंटीजन टेस्ट का क्या रोल है, ये जानते हैं. टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने से कोरोना को कंट्रोल करना आसान हो जाता है. इससे यह होगा कि हम जल्दी पॉजिटिव केसेस की पहचान कर पाएंगे और कोरोना को कंट्रोल कर पाएंगे. इसके लिए जरूरी है कि आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाएं, क्योंकि यह गोल्ड स्टैंडर्ड टेस्टिंग मेथड है. इसकी सेंसटिविटी अभी भी 70-80 फीसदी है. अभी दिल्ली में रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या बढ़ा दी गई है. इसका सेंसिटीविटी रेट बहुत कम है. इसकी सेंसटिविटी 30-40 फीसदी तक ही है. इसके बहुत से केसेज फॉल्स नेगेटिव हो जाते हैं. नेगेटिव होने का यह मतलब नहीं है कि आप पूरी तरह से संक्रमण से दूर हैं. इसके बावजूद भी आप कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं.

सरकार बढ़ाए आरटी पीसीआर टेस्टिंग
डॉ. सक्षम के मुताबिक, दिल्ली सरकार को ऐसे में एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के बजाय आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ानी चाहिए. अगर सरकार आरटी पीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने में सक्षम नहीं है, तो एंटीजन टेस्ट के भी अपने फायदे हैं. आधे घंटे के अंदर में ही रिजल्ट आ जाता है. अगर इसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो उसका आरटी पीसीआर कंफर्म किया जा सकता है. अगर जल्दी ही कोविड को कंट्रोल करना है, तो निश्चित तौर पर आरटी पीसीआर टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी होगी.





Last Updated : Sep 6, 2020, 8:53 AM IST
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