नई दिल्ली: दस दिन तक चलने वाला गणेश महोत्सव शुरू हो चुका है. पहले दिन गणपति बप्पा की घर में स्थापना की जाती है. रोजाना दस दिन तक विधि विधान से गजानन की पूजा की जाएगी और फिर 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन होगा. इस दिन बप्पा को विदाई दी जाती है. हालांकि कुछ लोग डेढ़ दिन, तीन दिन और पांच दिन के लिए गणेश की स्थापना करते हैं.
दिल्ली की बात करें तो दिल्ली में भी गणपति महोत्सव की धूम देखी जा रही है. दिल्ली में किन्नर समाज के द्वारा गणपति उत्सव मनाया जा रहा है. राजधानी में रोशनी उर्फ लाली किन्नर और उसके शिष्यों के द्वारा बड़ी धूमधाम के साथ पहले दिन गणपति बप्पा की अपने घर में स्थापना करवाई. फिर डेढ़ दिन के बाद पूरे विधि विधान के साथ रोशनी उर्फ लाली किन्नर ने स्थानीय लोगों के साथ हर्षोल्लास के साथ गणपति बप्पा को अंतिम विदाई दी. गणपति को नोएडा स्थित यमुना घाट में विसर्जन किया गया.
रोशनी उर्फ लाली किन्नर और उसके शिष्य पिछले कई वर्षों से सभी त्योहारों को बड़े धूमधाम के साथ मनाते हैं. हर बार की तरह इस बार भी उन्होंने गणपति उत्सव को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया. दिल्ली के कोटला मुबारकपुर इलाके के मंदिर में पिछले 28 वर्षों से गणेश पूजा होती आ रही है. यहां गणेश पूजा समारोह का आयोजन बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ होता है. यह दिल्ली का पहला ऐसा मंदिर है, जहां 10 फुट से ऊंची मूर्ति स्थापित की जाती है. इस बार भी इस मंदिर में लगभग 12 फुट की मूर्ति स्थापित की गई.
ये भी पढ़ें : Ganesh Chaturthi: रोजी-रोटी का संकट, बावजूद मूर्तिकार बप्पा का दे रहे रंग-रूप