नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है. वोट डालने के लिए सुबह से ही कतारें लगनी शुरू हो गई थी. वहीं इसी बीच लेफ्ट यूनिटी और NSUI ने चुनाव आयोग से वोटिंग में धांधली का आरोप लगाया है.
'प्रोफेसर प्रचार करते नजर आए'
एनएसयूआई और लेफ्ट यूनिटी ने जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में प्रशासन और प्रोफेसर को छात्रों को एबीवीपी के पक्ष में वोट मांगने का आरोप लगा रहे हैं. एनएसयूआई के जेएनयू इकाई के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि प्रोफेसर एबीवीपी के पक्ष में प्रचार करते हुए नजर आए हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हर प्रोफेसर अपने स्कूल के छात्रों को एबीवीपी के पक्ष में बुलाकर वोट देने की अपील कर रहा है.
वहीं एसएफआई के कार्यकर्ता और पूर्व संयुक्त सचिव एजाज अहमद ने कहा कि यह डीन ऑफ स्टूडेंट्स और ग्रीवेंस रिड्रेसल सेल के अध्यक्ष खुद एबीवीपी के पक्ष में वोट मांगते नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि डीन ऑफ स्टूडेंट जहां वोटिंग हो रही है, वहां जा सकते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने जिस तरह से गत वर्ष चुनाव में हिंसा किया था. उसी तरह से इस वर्ष भी प्रेसिडेंशियल डिबेट में एसएफआई के कार्यकर्ता पर हमला किया है. साथ ही उन्होंने छात्र संघ चुनाव आयोग से सुचारू रूप से मतदान कराने की भी मांग की है.
'हाईकोर्ट के निर्देश का उल्लंघन है'
लेफ्ट यूनिटी और एनएसयूआई के द्वारा की गई शिकायत पर मुख्य चुनाव अधिकारी शशांक पटेल ने कहा कि ग्रीवेंस रिड्रेसल के अध्यक्ष और डीन ऑफ स्टूडेंट मतदान स्थल पर आकर मतदान प्रक्रिया को बाधित करना चाहते हैं, जोकि साफ तौर पर लिंगदोह आयोग और हाईकोर्ट के निर्देश का उल्लंघन है.