नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया पर चल रहे प्रदर्शन के 47 दिन बाद भी लोग भारी संख्या में यहां धरने पर बैठे हैं. जामिया के छात्र हर एक कोशिश कर न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इस कड़ी में जामिया छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट मॉडल बनाकर इंसाफ की गुहार लगाई है.
'हमारे हक में फैसला ले सुप्रीम कोर्ट'
जामिया स्टु़डेंट्स ने 4 हफ्ते के बाद सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए एक मॉडल तैयार किया है जो हुबहू सर्वोच्च न्यायलाय जैसा दिखता है. जामिया स्कूल और जामिया छात्र ने बताया कि जब से देश आजाद हुआ है तब से हम हिन्दुस्तान में रहते आ रहे हैं, अभी सरकार कागज के बिना हमें नागरिकता देने की बात कर रही हैं, जिसे हम नकारते हैं. वहीं स्कूल के छात्र ने बताया कि हम उम्मीद करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट से की वो हमारे हक में फैसला ले और इस कानून पर रोक लगाए.
आपको बता दें कि जामिया छात्र अलग-अलग तरीकों से नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं और हर तरीके से कोशिश कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट उनकी मांगों को समझे और संविधान में हो रहे बदवाव पर रोक लगाए.