नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जामिया में छात्रों का विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा. इस बीच पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब जामिया पहुंचकर छात्रों को धन्यवाद और सलाम करते हुए कहा कि 'जेपी आंदोलन के समय हमने देखा था कि सरकार किस तरह बदलती है. जब-जब संविधान पर आक्रमण होता है, तब-तब देश के धरातल से आंदोलन की बयार चलती है'
उन्होंने कहा कि जिस तरह यहां के यूथ ने बिना किसी मौलाना और बिना किसी दल के नेता के समर्थन के बिना सरकार से अपना हक मांगने का जो बीड़ा उठाया है, वो वाकई काबिले तारीफ है.
'क्या हमने गांधी की तरफ आकर गुनाह कर दिया'
उन्होंने कहा कि क्या हमने जिन्ना की तरफ ना जाकर गांधी की तरफ आकर गुनाह कर दिया. जो 75 साल बाद हमसे कहा जाता है अपनी नागरिकता साबित करने को. ये नहीं हो सकता हम किसी को कुछ प्रूफ नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि इस मिट्टी में हमारे बुजुर्ग दफन हैं, हम कैसे यहां के नहीं माने जाएंगे और ये सब कहते हुए उनके आंख भर आई और आवाज बड़बड़ाने लगी.