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पब्लिक पूछती है: संगम विहार में पानी, सीवर के साथ-साथ खस्ताहाल सड़क है समस्या

दिल्ली के 1 लाख 82 हजार मतदाताओं वाली संगम विहार विधानसभा में पानी और सड़क मुख्य मुद्दा है. यहां का मुख्य मुद्दा रतिया मार्ग है. जो सालों से खराब पड़ी है. वहीं स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि उन्होंने संगम विहार विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे विकास कराएं हैं. जो पिछले 70 सालों में नहीं हुए.

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पब्लिश पूछती है special report
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Published : Dec 2, 2019, 2:22 PM IST

Updated : Dec 2, 2019, 2:31 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसी के मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली के संगम विहार विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याएं जानी.

संगम विहार में पानी, सीवर के साथ-साथ सड़क है बड़ी समस्या

'रतिया मार्ग मुख्य समस्या'
संगम विहार में भी दिल्ली के अन्य विधानसभाओं की तरह पानी,सीवर, सड़के और नालियां प्रमुख मुद्दे हैं. विकास के कई कार्य संगम विहार विधानसभा में पिछले 5 सालों में हुए हैं, लेकिन अभी भी कई समस्याएं मौजूद हैं जिससे जनता भी दो-चार हो रही हैं. विधानसभा में सबसे प्रमुख समस्या यहां की मुख्य सड़क रतिया मार्ग की है जो सालों से खराब पड़ी है. हालांकि इसके पीछे विधायक का तर्क है कि रतिया मार्ग पर कई विकास के कार्य एक साथ हुए हैं.

'रतिया मार्ग पर हुए कई विकास कार्य'
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इस सड़क से चलना दूभर हो गया है. हालांकि इस पर स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि रतिया मार्ग पर कई विकास के कार्य एक साथ हुए हैं. जिस कारण थोड़ा लोगों को समस्या हुई थी लेकिन कुछ दिनों में यह समस्या ठीक हो जाएगी. और सड़क बिल्कुल अच्छी हो जाएगी. संगम विहार में पानी को लेकर भी कई समस्याएं है. कई कॉलोनियों के स्थानीय लोगों का कहना है कि उनको टेंकर से आने वाले पानी को प्रति डिब्बे पैसे देकर लेना पड़ता है.

70 फीसदी इलाकों में किया जा रहा है पानी सप्लाई
स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि उन्होंने संगम विहार विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे विकास कराएं हैं. जो पिछले 70 सालों में नहीं हुए. उनका कहना है कि संगम विहार विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन 70 फीसदी इलाके में सोनिया विहार का पानी सप्लाई किया जा रहा है.

'नहीं हो पाया समय से पूरा काम'
बीजेपी नेता विजय जौली का कहना है कि संगम विहार विधानसभा इलाके में पिछले 5 सालों में बहुत से ऐसे कार्य हैं जो नहीं हो पाए हैं. इसके अलावा उनका कहना है कि संगम विहार क्षेत्र में पानी की भी कालाबाजारी होती है. साथ ही उनका कहना है कि रतिया मार्ग का कार्य 21 महीने में पूरा होना था लेकिन वह काम समय पर पूरा नहीं हो पाया हैं, जबकि दिनेश मोहनिया खुद दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं और उनके पास 5000 करोड़ का बजट है.

'इलाके में सिर्फ माफिया पैदा हुए हैं'
पूर्व विधायक रहे चौधरी शीशपाल सिंह का कहना है कि संगम विहार के लोगों के साथ विश्वासघात हुआ है. पिछले 5 सालों में संगम विहार इलाके में कोई कार्य नहीं हुए सिर्फ पानी माफिया और राशन माफिया पैदा हुए हैं. वहीं रतिया मार्ग पर उनका कहना है कि मार्च 2016 से इस मार्ग को बिल्कुल बंद कर दिया गया है. ऐसा कभी नहीं हुआ जब मैं विधायक बना था तो संगम विहार अनऑथराइज्ड कॉलोनी थी उसके बावजूद भी हमने यहां पर कई विकास के कार्य कराए थे.

संगम विहार में 1 लाख 82 हजार मतदाता
अगर बात करें संगम विहार विधानसभा के मतदाताओ के आंकड़ों की तो यहां पर कुल वोटरो की संख्या तकरीबन 1 लाख 82 हजार है. अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर कुल वोट 107653 पड़े थे. जिसमें से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 53866 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा को 32948 वोट मिले थे और कांग्रेश के विजेंद्र सिंह को 17106 वोट मिले थे.


संगम विहार विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आया जिसमें चुनाव के बाद बीजेपी के एससीएल गुप्ता विजय हुए. वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया चुनाव जीतने में कामयाब हुए और फिर दोबारा 2015 में भी आम आदमी पार्टी की लहर में दिनेश मोहनिया यहां से दोबारा चुनाव लडे़ और बड़े अंतर से जीतने में कामयाब रहे.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसी के मद्देनजर ईटीवी भारत की टीम ने दिल्ली के संगम विहार विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याएं जानी.

संगम विहार में पानी, सीवर के साथ-साथ सड़क है बड़ी समस्या

'रतिया मार्ग मुख्य समस्या'
संगम विहार में भी दिल्ली के अन्य विधानसभाओं की तरह पानी,सीवर, सड़के और नालियां प्रमुख मुद्दे हैं. विकास के कई कार्य संगम विहार विधानसभा में पिछले 5 सालों में हुए हैं, लेकिन अभी भी कई समस्याएं मौजूद हैं जिससे जनता भी दो-चार हो रही हैं. विधानसभा में सबसे प्रमुख समस्या यहां की मुख्य सड़क रतिया मार्ग की है जो सालों से खराब पड़ी है. हालांकि इसके पीछे विधायक का तर्क है कि रतिया मार्ग पर कई विकास के कार्य एक साथ हुए हैं.

'रतिया मार्ग पर हुए कई विकास कार्य'
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इस सड़क से चलना दूभर हो गया है. हालांकि इस पर स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि रतिया मार्ग पर कई विकास के कार्य एक साथ हुए हैं. जिस कारण थोड़ा लोगों को समस्या हुई थी लेकिन कुछ दिनों में यह समस्या ठीक हो जाएगी. और सड़क बिल्कुल अच्छी हो जाएगी. संगम विहार में पानी को लेकर भी कई समस्याएं है. कई कॉलोनियों के स्थानीय लोगों का कहना है कि उनको टेंकर से आने वाले पानी को प्रति डिब्बे पैसे देकर लेना पड़ता है.

70 फीसदी इलाकों में किया जा रहा है पानी सप्लाई
स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि उन्होंने संगम विहार विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे विकास कराएं हैं. जो पिछले 70 सालों में नहीं हुए. उनका कहना है कि संगम विहार विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन 70 फीसदी इलाके में सोनिया विहार का पानी सप्लाई किया जा रहा है.

'नहीं हो पाया समय से पूरा काम'
बीजेपी नेता विजय जौली का कहना है कि संगम विहार विधानसभा इलाके में पिछले 5 सालों में बहुत से ऐसे कार्य हैं जो नहीं हो पाए हैं. इसके अलावा उनका कहना है कि संगम विहार क्षेत्र में पानी की भी कालाबाजारी होती है. साथ ही उनका कहना है कि रतिया मार्ग का कार्य 21 महीने में पूरा होना था लेकिन वह काम समय पर पूरा नहीं हो पाया हैं, जबकि दिनेश मोहनिया खुद दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं और उनके पास 5000 करोड़ का बजट है.

'इलाके में सिर्फ माफिया पैदा हुए हैं'
पूर्व विधायक रहे चौधरी शीशपाल सिंह का कहना है कि संगम विहार के लोगों के साथ विश्वासघात हुआ है. पिछले 5 सालों में संगम विहार इलाके में कोई कार्य नहीं हुए सिर्फ पानी माफिया और राशन माफिया पैदा हुए हैं. वहीं रतिया मार्ग पर उनका कहना है कि मार्च 2016 से इस मार्ग को बिल्कुल बंद कर दिया गया है. ऐसा कभी नहीं हुआ जब मैं विधायक बना था तो संगम विहार अनऑथराइज्ड कॉलोनी थी उसके बावजूद भी हमने यहां पर कई विकास के कार्य कराए थे.

संगम विहार में 1 लाख 82 हजार मतदाता
अगर बात करें संगम विहार विधानसभा के मतदाताओ के आंकड़ों की तो यहां पर कुल वोटरो की संख्या तकरीबन 1 लाख 82 हजार है. अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर कुल वोट 107653 पड़े थे. जिसमें से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 53866 वोट मिले. वहीं आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा को 32948 वोट मिले थे और कांग्रेश के विजेंद्र सिंह को 17106 वोट मिले थे.


संगम विहार विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आया जिसमें चुनाव के बाद बीजेपी के एससीएल गुप्ता विजय हुए. वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया चुनाव जीतने में कामयाब हुए और फिर दोबारा 2015 में भी आम आदमी पार्टी की लहर में दिनेश मोहनिया यहां से दोबारा चुनाव लडे़ और बड़े अंतर से जीतने में कामयाब रहे.

Intro:डेडलाइन -साउथ ईस्ट दिल्ली (49) संगम विहार

(49) संगम विहार विधानसभा सीट की (ग्राउंड रिपोर्ट)


आगामी कुछ महीनों में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं ।इसके मद्देनजर ईटीवी की टीम लगातार दिल्ली के अलग-अलग विधानसभा इलाके में पहुंच रही है और वहां की ग्राउंड रिपोर्ट कर वहां की मुद्दे और समस्याओं को समझने की कोशिश कर रही है इसी कड़ी में हम दिल्ली के 49 संगम विहार विधानसभा में पहुंचे संगम विहार में भी दिल्ली के अन्य विधानसभाओं की तरह पानी शिवर ,सड़के व नालियां आदि प्रमुख मुद्दे हैं विकास के कई कार्य संगम विहार विधानसभा में पिछले 5 सालों में हुए हैं लेकिन अभी भी कई समस्याएं मौजूद हैं जिससे जनता भी दो-चार हो रही हैं विधानसभा में सबसे प्रमुख समस्या यहां की मुख्य सड़क रतिया मार्ग की है जो सालों से खराब पड़ा है हालांकि इसके पीछे विधायक का तर्क है कि रतिया मार्ग पर कई विकास के कार्य एक साथ हुए हैं ।




Body:अगर बात करें संगम विहार विधानसभा के मतदाताओ के आंकड़ों की तो यहां पर कुल वोटरो की संख्या तकरीबन एक लाख 82 हजार के करीब है अगर पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर कुल वोट 107653 पड़े थे जिसमें से बीजेपी के रमेश बिधूरी को 53866 वोट मिले वहीं आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा को 32948 वोट मिले थे और कांग्रेश के विजेंद्र सिंह को 17106 वोट मिले थे । संगम विहार विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आया जिसमें चुनाव के बाद बीजेपी के एससीएल गुप्ता विजय हुए वहीं 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के दिनेश मोहनिया चुनाव जीतने में कामयाब हुए और फिर दोबारा 2015 में भी आम आदमी पार्टी की लहर में दिनेश मोहनिया यहां से दोबारा चुनाव बड़े मार्जन से जीतने में कामयाब रहे ।

संगम विहार विधानसभा के मुद्दों की बात करें तो यहां की मुद्दों में सड़क, पानी और सीवर शामिल है यहां के मुख्य मुद्दा यहां का मुख्य सड़क रतिया मार्ग है जो विकास के नाम पर सालों से ठप पड़ा हुआ है स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इस सड़क से चलना दूभर हो गया है हालांकि इस पर स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि रतिया मार्ग पर कई विकास के कार्य एक साथ हुए हैं जिस कारण थोड़ा लोगों को समस्या हुई थी लेकिन कुछ दिनों में यह समस्या ठीक हो जाएगी और सड़क बिल्कुल अच्छा हो जाएगा संगम विहार में कई समस्याएं हैं जिनमें पानी और कई कॉलोनियों के सड़क शामिल है जिसमें पानी बहता हुआ नजर आता है वहीं पानी की भी समस्या से संगम विहार की कई कॉलोनियों के लोग जूझ रहे हैं कई कॉलोनियों के स्थानीय लोगों का कहना है कि उनको टेंकर से आने वाले पानी को प्रति डब्बे पैसे देकर लेना पड़ता है ।

स्थानीय विधायक दिनेश मोहनिया का कहना है कि उन्होंने संगम विहार विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसे विकास कराएं हैं जो पिछले 70 सालों में नहीं हुए उनका कहना है कि संगम विहार विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन 70 परसेंट इलाके में सोनिया विहार का पानी सप्लाई किया जा रहा है इसके अलावा भी कई कार्य हुए हैं जो पहले नहीं हुए थे रतिया मार्ग पर उनका कहना है कि वहां पर एक साथ कई कार्य हुए हैं और वह सब काम समय पर पूरे किए गए हैं और आने वाले कुछ दिनों में रतिया मार्ग बिल्कुल बनकर तैयार होगा ।

बीजेपी नेता विजय जौली का कहना है कि संगम विहार विधानसभा इलाके में पिछले 5 सालों में बहुत से ऐसे कार्य हैं जो नहीं हो पाए हैं इसके अलावा उनका कहना है कि संगम विहार क्षेत्र में पानी की भी कालाबाजारी होती है साथ ही उनका कहना है कि रतिया मार्ग का कार्य 21 महीने में पूरा होना था लेकिन वह काम समय पर पुरा नहीं हो पाया हैं,जबकि दिनेश मोहनिया खुद दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं और उनके पास 5000 करोड़ का बजट है ।

वही पूर्व विधायक रहे चौधरी शीशपाल सिंह का कहना है कि संगम विहार के लोगों के साथ विश्वासघात हुआ है पिछले 5 सालों में संगम विहार इलाके में कोई कार्य नहीं हुए सिर्फ पानी माफिया राशन माफिया ,सिर्फ माफिया पैदा हुए वही रतिया मार्ग पर उनका कहना है कि मार्च 2016 से इस मार्ग को बिल्कुल बंद कर दिया गया है ऐसा कभी नहीं हुआ जब मैं विधायक बना था तो संगम विहार अनऑथराइज्ड कॉलोनी थी उसके बावजूद भी हमने यहां पर कई विकास के कार्य कराए थे ।

बाइट - स्थानीय लोगों की
बाइट - दिनेश मोहनिया (विधायक संगम विहार)
बाइट- विजय जॉली (भाजपा नेता )
बाइट - चौधरी शीशपाल सिंह (पूर्व विधायक)




Conclusion:संगम विहार विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में सड़क पानी की लाइन इत्यादि का काम पिछले 5 सालों में किया गया है लेकिन साथ ही कई समस्याएं संगम विहार में ऐसी हैं जो अभी भी बरकरार है और लोगों को दो चार होना पड़ता है हालांकि वर्तमान विधायक के विकास के अपने अदाएं हैं वहीं विपक्ष के भी अपने आरोप हैं बड़हाल अब यह देखना होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता का रूख किसके तरफ होता है और कौन यहां से चुनाव जीतने में कामयाब होता है ।
Last Updated : Dec 2, 2019, 2:31 PM IST
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