नई दिल्लीः राजस्थान सरकार द्वारा लाए गए राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में लगातार डाॅक्टरों का प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है. राजस्थान के बाद दिल्ली के अस्पतालों के बाहर डाॅक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर अपना विरोध जताया है. राजस्थान सरकार के खिलाफ दिल्ली के कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने विरोध किया और देर रात कैंडल मार्च भी निकाला. वहीं राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई.
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ ने राजस्थान सरकार के खिलाफ कैंडल मार्च निकालते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपना विरोध दर्ज कराया. विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए डॉ. स्वाति डांगे, संयुक्त सचिव आरडीए सफदरजंग के साथ पूर्व अध्यक्ष फेमा डॉ. राकेश बागड़ी, डॉ गणेश मीणा, डॉ दीपक सुमन, मुख्य सलाहकार एफएआईएमए और राजस्थान के डॉक्टरों के समर्थन में एम्स सफदरजंग जैसे विभिन्न अस्पतालों के एफएआईएम, प्रतिनिधि भी शामिल रहे और राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए डॉक्टरों ने राजस्थान सरकार के खिलाफ हाय-हाय और होश में आओ की नारेबाजी भी की.
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प्रदर्शन में डाॅक्टरों का कहना है कि राजस्थान सरकार जल्द से जल्द इस बिल को वापस लें, अन्यथा राजस्थान से लेकर दिल्ली सहित दूसरे राज्यों में इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी. अभी हम अपनी आवाज राजधानी दिल्ली में उठा रहे हैं. अगर राजस्थान सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो पूरे देश भर के अस्पताल के डॉक्टर प्रदर्शन करेंगे. कैंडल मार्च में शामिल डॉक्टरों का कहना है कि यह डाॅक्टरों पर अन्याय जैसा है. यह मरीजों और डाॅक्टरों के बीच दूरी बढ़ाने के साथ ही विश्वास को कम करता है. इस बिल को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हम सब डॉक्टर एक हैं और जब हमारे हक की बात नहीं की जाएगी तो हम विरोध दर्ज कराएंगे.
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