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बदमाशों ने युवक पर किया हमला, रीढ़ में फंसा चाकू, AIIMS के डॉक्टरों ने बचाई जान - DELHI CRIME

दिल्ली में कुछ बदमाशों ने एक युवक को चाकू घोपकर घायल कर दिया था. चाकू युवक की रीढ़ की हड्डी में घुस गया, जिस वजह से उसकी हालत गंभीर हो गई. AIIMS के डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन कर युवक की जान बचा ली.

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Published : Jul 22, 2023, 5:03 PM IST

डॉ. कामरान फारूख , ऑर्थोपेडिक एवं स्पाइन चीफ एम्स ट्रामा सेंटर

नई दिल्ली: ऐम्स ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों ने युवक के पीठ में घुसे चाकू को सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर निकाला. चाकू युवक के रीढ़ की हड्डी में फंसा हुआ था. डॉक्टरों की टीम ने घंटों कठिन परिश्रम के बाद सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया. युवक की हालात काफी गंभीर थी, क्योंकि रीढ़ की हड्डी में चाकू फंसे होने के कारण रीढ़ की हड्डी में कई जगह क्षतिग्रस्त होने की संभावना थी. जिससे वो जिंदगी भर उठ बैठ या चल नहीं सकता था. बता दें कि युवक को 12 जुलाई को कुछ बदमाशों ने चाकू घोंपकर घायल कर दिया था, जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई थी.

मामले को गंभीरता को देखते हुए इमरजेंसी के डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर के ऑर्थोपेडिक एवं स्पाइन के चीफ डॉ. प्रोफेसर कामरान फारुख को सूचित किया. डॉ. कामरान फारूक ने इस केस का गहन अध्ययन किया और फिर ऑपरेशन की तैयारी मे जुट गए. 13 जुलाई को सुबह ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया लेकिन ऑपरेशन इतना जटिल था कि डॉक्टरों को एक-एक चीज पर सोचने को मजबूर होना पड़ रहा था.

इसे भी पढ़े: AIIMS दिल्ली में पांच साल की ब्रेन डेड बच्ची का अंग दान

डॉक्टरों ने एक-एक चीज पर ध्यान देते हुए सफल ऑपरेशन कर न सिर्फ युवक के पीठ से चाकू निकाला, बल्कि चाकू निकालते समय और कोई पार्ट को डैमेज नहीं होने दिया. अब यह युवक ऑपरेशन के बाद बिल्कुल ठीक है और अभी डॉक्टरों के निगरानी में वाक कर रहा है. युवक 6 महीने से एक साल में पूरी तरह ठीक होकर सामान्य रूप से चलने फिरने लगेगा.

इसे भी पढ़े: AIIMS: ब्रेन डेड घोषित शख्स ने तीन लोगों को दी नई जिंदगी, श्रमिक परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

डॉ. कामरान फारूख , ऑर्थोपेडिक एवं स्पाइन चीफ एम्स ट्रामा सेंटर

नई दिल्ली: ऐम्स ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों ने युवक के पीठ में घुसे चाकू को सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर निकाला. चाकू युवक के रीढ़ की हड्डी में फंसा हुआ था. डॉक्टरों की टीम ने घंटों कठिन परिश्रम के बाद सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया. युवक की हालात काफी गंभीर थी, क्योंकि रीढ़ की हड्डी में चाकू फंसे होने के कारण रीढ़ की हड्डी में कई जगह क्षतिग्रस्त होने की संभावना थी. जिससे वो जिंदगी भर उठ बैठ या चल नहीं सकता था. बता दें कि युवक को 12 जुलाई को कुछ बदमाशों ने चाकू घोंपकर घायल कर दिया था, जिसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई थी.

मामले को गंभीरता को देखते हुए इमरजेंसी के डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर के ऑर्थोपेडिक एवं स्पाइन के चीफ डॉ. प्रोफेसर कामरान फारुख को सूचित किया. डॉ. कामरान फारूक ने इस केस का गहन अध्ययन किया और फिर ऑपरेशन की तैयारी मे जुट गए. 13 जुलाई को सुबह ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया लेकिन ऑपरेशन इतना जटिल था कि डॉक्टरों को एक-एक चीज पर सोचने को मजबूर होना पड़ रहा था.

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डॉक्टरों ने एक-एक चीज पर ध्यान देते हुए सफल ऑपरेशन कर न सिर्फ युवक के पीठ से चाकू निकाला, बल्कि चाकू निकालते समय और कोई पार्ट को डैमेज नहीं होने दिया. अब यह युवक ऑपरेशन के बाद बिल्कुल ठीक है और अभी डॉक्टरों के निगरानी में वाक कर रहा है. युवक 6 महीने से एक साल में पूरी तरह ठीक होकर सामान्य रूप से चलने फिरने लगेगा.

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