नई दिल्लीः कोरोना महामारी के बीच पैरामेडिकल स्टाफ, फोर्थ क्लास इम्प्लोइज, पुलिस और प्रशासन के लोग कोरोना से लड़ने में सबसे आगे हैं. वहीं ऐसे कई कोरोना वॉरियर्स हैं जो महीनों से अपने घर नहीं गए हैं. बात करते हैं दिल्ली सरकार के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की.
इस अस्पताल में कार्यरत डॉ. अजित जैन 2 महीने से घर नहीं गए हैं. दिन-रात अस्पताल में ही रहकर मरीजों की सेवा कर रहे हैं. डॉ. अजित जैन ने कहा है कि ऐसा करने वाले कोई अकेले डॉक्टर नहीं हैं. उनके अस्पताल में तकरीबन सभी डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की यही स्थिति है.
डॉ. जैन कहा कि जब उनके अस्पताल में कोरोना के मरीज आने शुरू हुए थे, तब वे एक सप्ताह में घर चले जाते थे. उन्होंने कहा कि जब मामले बढ़ने लगे, तो घर जाना छोड़ दिया. अब उन्होंने अस्पताल में बने होस्टल के एक कमरे को ही घर और ऑफिस बना लिया है.
वहीं कोरोना मरीजों से डॉक्टरों में खतरे की बात करें, तो कई डॉक्टर मरीज के कारण संक्रमित हो चुके हैं और कई डॉक्टर की जान भी जा चुकी है. इस हालात में भी फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स डटे हुए हैं, जो काबिले तारीफ है.
लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले
आपको बता दें कि भारत में अबतक कोरोना संक्रमण से 35 प्रदेश प्रभावित हैं. इनमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी शामिल है. राजधानी में अबतक 31300 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 900 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 18,500 से अधिक केस एक्टिव हैं.
कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर मुख्य अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और कोरोना को लेकर चर्चा की. अगर आगामी एक सप्ताह में हालात में सुधार नहीं हुए, तो दिल्ली में दोबारा सख्ती से लॉकडाउन को लागू किया जा सकता है.