ETV Bharat / state

दिल्ली AIIMS सर्वर हैक मामले में दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया - South Delhi District Police

दिल्ली एम्स ने एक बयान में कहा कि सर्वर हैक मामले की अलग-अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं. बुधवार को एम्स का सर्वर सुबह सात बजे डाउन हो गया था जिससे मरीजों को परेशानी हुई. एम्स का सर्वर करीब 11 घंटे तक खराब रहा था. आशंका जताई जा रही थी इसे हैक कर लिया गया है. वहीं इस पूरे मामले पर दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस(South Delhi District Police) की तरफ से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

दिल्ली AIIMS सर्वर हैक मामला
दिल्ली AIIMS सर्वर हैक मामला
author img

By

Published : Nov 24, 2022, 9:04 PM IST

नई दिल्ली: साउथ दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ (IFSO) यूनिट ने एम्स सर्वर हैक मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. साथ ही इस मामले को लेकर एम्स दिल्ली की तरफ से कहा गया है कि विभिन्न सरकारी एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं. और डिजिटल रोगी देखभाल सेवाओं को वापस लाने में अस्पताल की मदद कर रही है. बता दें कि एम्स का सर्वर बुधवार को हैक कर लिया गया था जिससे एम्स की सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रही थीं.

ये भी पढ़ें: MCD चुनाव में AAP ने नहीं दिया टिकट तो पंखे से झूला मार्बल कारोबारी


सर्वर हैक होने के कारण एम्स की ओपीडी और आइपीडी में आने वाले मरीजों के इलाज में परेशानी हुई. इस बीच सर्वर डाउन होने की वजह से एम्स ने गुरुवार को मैन्युअल प्रवेश के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. नए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सर्वर के ठीक होने तक मरीजों का प्रवेश, डिस्चार्ज और स्थानांतरण मैन्युअल रूप से किया जाएगा. नए एसओपी के तहत एम्स प्रशासन ने कहा है कि विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान (यूएचआईडी) नहीं होने की स्थिति में संपर्क नंबर को रोगी पहचान संख्या माना जाएगा.

दिल्ली एम्स ने एक बयान में कहा कि सर्वर हैक मामले की अलग-अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं. बुधवार को एम्स का सर्वर सुबह सात बजे डाउन हो गया था जिससे मरीजों को परेशानी हुई. एम्स का सर्वर करीब 11 घंटे तक खराब रहा था. आशंका जताई जा रही थी इसे हैक कर लिया गया है. वहीं इस पूरे मामले पर दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस की तरफ से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप



नई दिल्ली: साउथ दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ (IFSO) यूनिट ने एम्स सर्वर हैक मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. साथ ही इस मामले को लेकर एम्स दिल्ली की तरफ से कहा गया है कि विभिन्न सरकारी एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं. और डिजिटल रोगी देखभाल सेवाओं को वापस लाने में अस्पताल की मदद कर रही है. बता दें कि एम्स का सर्वर बुधवार को हैक कर लिया गया था जिससे एम्स की सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित रही थीं.

ये भी पढ़ें: MCD चुनाव में AAP ने नहीं दिया टिकट तो पंखे से झूला मार्बल कारोबारी


सर्वर हैक होने के कारण एम्स की ओपीडी और आइपीडी में आने वाले मरीजों के इलाज में परेशानी हुई. इस बीच सर्वर डाउन होने की वजह से एम्स ने गुरुवार को मैन्युअल प्रवेश के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. नए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सर्वर के ठीक होने तक मरीजों का प्रवेश, डिस्चार्ज और स्थानांतरण मैन्युअल रूप से किया जाएगा. नए एसओपी के तहत एम्स प्रशासन ने कहा है कि विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान (यूएचआईडी) नहीं होने की स्थिति में संपर्क नंबर को रोगी पहचान संख्या माना जाएगा.

दिल्ली एम्स ने एक बयान में कहा कि सर्वर हैक मामले की अलग-अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं. बुधवार को एम्स का सर्वर सुबह सात बजे डाउन हो गया था जिससे मरीजों को परेशानी हुई. एम्स का सर्वर करीब 11 घंटे तक खराब रहा था. आशंका जताई जा रही थी इसे हैक कर लिया गया है. वहीं इस पूरे मामले पर दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस की तरफ से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप



ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.