नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली के मैदान गढ़ी थाने की पुलिस टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले 2 लोगों को राजस्थान से अरेस्ट किया है. दोनों गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजबीर और हरीश के रूप में हुई है.
इन ठगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. 5 दिनों तक पुलिस टीम को राजस्थान में ही डेरा डालना पड़ा, जिसके बाद टेक्निकल सर्विलांस और राजस्थान पुलिस की मदद से इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
मैदानगढी थाने में 25 मई को एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पास ओएलएक्स पर सेकेंड हैंड एसी का ऐड आया था और उसने बेचने वाले शख्स पर विश्वास कर, उसके पेटीएम में 22 हजार 500 रुपए डाल दिए थे, लेकिन उसके बाद से उसका फोन नॉट रिचेबल बता रहा है.
फर्जी आईकार्ड का इस्तेमाल
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ने वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में एक टीम बनाई थी. जिसकी जांच में पता चला कि जिस पेटीएम एकाउंट में पैसे मंगवाए गए थे वो अकाउंट सेना के जवान के फर्जी आईकार्ड पर बनाया था अकाउंट.
अकाउंट ट्रैक करने पर पता चला कि अकाउंट में डाले गए रुपये पेटीएम डेबिट कार्ड का उपयोग कर एटीएम से निकाल लिए गए हैं. इस एटीएम को भरतपुर, कोमन, सिकरी, सोंखर और खेरली में इस्तेमाल किए गया था.
कई खातों की जानकारी मिली
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 2 और पेटीएम खातों की जानकारी मिली है. तीनों खातों की केवाईसी हरियाणा के पानीपत, रोहतक और कालानौर से करवाई गई थी.
ठगों का लोकेशन ज्यादातर समय भरतपुर आ रहा था, जिसके बाद जांच टीम के पांच सदस्य उन्हें पकड़ने भरतपुर पहुंच गए.
इस दौरान टीम 5 दिन और 6 रातों तक लगातार तीनों नंबरों को ट्रैक करने के साथ सभी एटीएम में लगे सीसीटीवी खंगालती रही और फिर शुक्रवार को टीम ने दोनों आरोपियों को धर दबोचा.
पुलिस कर रही है जांच
फिलहाल इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन ऑनलाइन ठगों के तार कहां-कहां से जुड़े हैं और कौन लोग इसमें शामिल हैं.