नई दिल्ली: नये साल में कोरोना को अलविदा कहने के बाद न्यू नॉर्मल के तहत देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में ओपीडी में मरीजों को देखने की संख्या बढ़ा दी गई है. अब प्रति डिपार्टमेंट प्रतिदिन 50 नए मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. कोविड के पहले जितने मरीज देखे जाते थे इन दोनों में से जो भी संख्या कम होगी. उतने मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. यह नया बदलाव 4 फरवरी से एम्स में देखने को मिलेगा. एम्स के कार्डियो-रेडियो डिपार्टमेंट के असिस्टमेंट प्रोफेसर डॉ अमरिंदर सिंह ने बताया कि जिसका सभी लोग इंतजार कर रहे थे अब वो घड़ी 4 फरवरी से आ रही है.
प्रति विभाग 100 मरीजों को देखेंगे डॉक्टर
दूसरी तरफ प्रति डिपार्टमेंट पुराने मरीजों की देखने की संख्या 100 मरीज तक कर दी गई है. वहीं विभिन्न विभागों के नोडल ऑफिसर द्वारा रजिस्टर्ड किए गए मरीजों का रजिस्ट्रेशन स्पेशल स्लॉट के तहत किया जाएगा. ये मरीजों के देखने की सीमा की परिधि से बाहर होंगे. शाम में चलने वाले विभिन्न विभागों के क्लीनिक भी 4 फरवरी से नये मरीजों के साथ शुरू हो जाएंगे.
डॉक्टर्स को दिखा सकते हैं 20 फीसदी मरीज
एम्स द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक, जितने मरीजों का रजिस्ट्रेशन होगा इनमें से 20 फीसदी मरीज अस्पताल आकर डॉक्टर से सीधे दिखा पाएंगे. अस्पताल के विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाने के लिए नए मरीज एक महीने एडवांस तक अपनी ओपीडी बुकिंग करवा सकते हैं.
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टीका लगाने वाले स्टाफ की एंट्री स्टाफ गेट से होगी
टीका लगाने के लिए स्टाफ की एंट्री न्यू राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी ए विंग के स्टाफ गेट से होगी. यह सारे बदलाव 4 फरवरी से लागू होंगे. यह सर्कुलर एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के आदेश और उनकी सहमति के बाद जारी किया गया है.