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साउथ इंडिया से दिल्ली लाया जा रहा था 2 करोड़ का गांजा, तस्कर अरेस्ट

दिल्ली क्राईम ब्रांच ने नशे के कारोबार पर शिंकजा कसने की दिशा में बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने गांजा की बड़ी खेप के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से जो गांजा बरामद किया है उसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत तकरीबन 2 करोड़ रूपये है.

तीन गांजा तस्कर गिरफ्तार
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Published : Apr 12, 2019, 8:12 PM IST

नई दिल्ली: दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश-उड़ीसा बॉर्डर से गांजे की खेप लाकर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले एक गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. ये गैंग वहां से ट्रक में बनाए गए खुफिया तहखाने में गांजा छिपाकर लाता था.

पुलिस ने इनके ट्रक से लगभग 1020 किलो गांजा बरामद किया है. जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग दो करोड़ रुपये बताई गई है.

नशे की बड़ी खेप के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार

मुखबिर ने दी सूचना
डीसीपी जी.रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई नरेश कुमार को सूचना मिली थी कि उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर से दिल्ली एनसीआर में गांजा सप्लाई किया जा रहा है. ऐसा ही एक गैंग गांजे की खेप ट्रक के तहखाने में लेकर बदरपुर बॉर्डर से आश्रम चौक की तरफ आएगा.

ये भी सूचना मिली थी कि पंजाब नंबर के इस ट्रक में बनी खुफिया जगह में एक हजार किलो से ज्यादा गांजा छुपाया गया है. इस सूचना पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विकास राणा और एसआई सुनील तेवतिया की टीम ने मथुरा रोड के पास जाल बिछाया.

1020 किलो गांजा मिला
मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने पंजाब नंबर के एक ट्रक को जांच के लिए रोका. इसमें सवार 3 लोगों को गिरफ्तार कर जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें खुफिया जगह बना कर छिपाया गया गांजा बरामद हो गया.

34 बोरी में भरा हुआ ये गांजा 1020 किलो था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मनोज कुमार, नरेंद्र शाह और सैयद आलम के रूप में की गई.

मनोज कुमार इस ट्रक का ड्राइवर है जो आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के बॉर्डर से गांजे की खेप लेकर आता था. नरेंद्र शाह उससे गांजे की खेप लेकर दिल्ली में सप्लाई करता है जबकि सैयद खरीदे गए गांजे को नोएडा के विभिन्न इलाकों में बेचता था.

4 साल हो रही थी तस्करी
पुलिस के अनुसार मनोज कुमार बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. दिल्ली आकर उसने गाड़ी चलाना सीखा और ट्रक चलाने लगा. दो साल पहले वो नरेंद्र शाह और मुन्ना से मिला जो दिल्ली एनसीआर में गांजा सप्लाई करते थे. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में वो उनके लिए दक्षिण भारत से गांजे की खेप ट्रक में लेकर आने लगा.

आरोपी सैयद भी बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. वो पहले दिल्ली में एक सैलून में काम करता था. बल्लभगढ़ में रहने के दौरान वो नरेंद्र शाह के संपर्क में आया और उसके साथ मिलकर गांजे की सप्लाई करने लगा.

मुख्य आरोपी नरेंद्र शाह बिहार के आरा जिला निवासी है. वो दिल्ली में पहले रेहड़ी लगाता था. शुरू में उसने बदरपुर में अवैध शराब बेची और बीते 4 साल से गांजे का कारोबार कर रहा है.

नई दिल्ली: दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश-उड़ीसा बॉर्डर से गांजे की खेप लाकर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले एक गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. ये गैंग वहां से ट्रक में बनाए गए खुफिया तहखाने में गांजा छिपाकर लाता था.

पुलिस ने इनके ट्रक से लगभग 1020 किलो गांजा बरामद किया है. जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग दो करोड़ रुपये बताई गई है.

नशे की बड़ी खेप के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार

मुखबिर ने दी सूचना
डीसीपी जी.रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई नरेश कुमार को सूचना मिली थी कि उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर से दिल्ली एनसीआर में गांजा सप्लाई किया जा रहा है. ऐसा ही एक गैंग गांजे की खेप ट्रक के तहखाने में लेकर बदरपुर बॉर्डर से आश्रम चौक की तरफ आएगा.

ये भी सूचना मिली थी कि पंजाब नंबर के इस ट्रक में बनी खुफिया जगह में एक हजार किलो से ज्यादा गांजा छुपाया गया है. इस सूचना पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विकास राणा और एसआई सुनील तेवतिया की टीम ने मथुरा रोड के पास जाल बिछाया.

1020 किलो गांजा मिला
मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने पंजाब नंबर के एक ट्रक को जांच के लिए रोका. इसमें सवार 3 लोगों को गिरफ्तार कर जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें खुफिया जगह बना कर छिपाया गया गांजा बरामद हो गया.

34 बोरी में भरा हुआ ये गांजा 1020 किलो था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मनोज कुमार, नरेंद्र शाह और सैयद आलम के रूप में की गई.

मनोज कुमार इस ट्रक का ड्राइवर है जो आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के बॉर्डर से गांजे की खेप लेकर आता था. नरेंद्र शाह उससे गांजे की खेप लेकर दिल्ली में सप्लाई करता है जबकि सैयद खरीदे गए गांजे को नोएडा के विभिन्न इलाकों में बेचता था.

4 साल हो रही थी तस्करी
पुलिस के अनुसार मनोज कुमार बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. दिल्ली आकर उसने गाड़ी चलाना सीखा और ट्रक चलाने लगा. दो साल पहले वो नरेंद्र शाह और मुन्ना से मिला जो दिल्ली एनसीआर में गांजा सप्लाई करते थे. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में वो उनके लिए दक्षिण भारत से गांजे की खेप ट्रक में लेकर आने लगा.

आरोपी सैयद भी बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. वो पहले दिल्ली में एक सैलून में काम करता था. बल्लभगढ़ में रहने के दौरान वो नरेंद्र शाह के संपर्क में आया और उसके साथ मिलकर गांजे की सप्लाई करने लगा.

मुख्य आरोपी नरेंद्र शाह बिहार के आरा जिला निवासी है. वो दिल्ली में पहले रेहड़ी लगाता था. शुरू में उसने बदरपुर में अवैध शराब बेची और बीते 4 साल से गांजे का कारोबार कर रहा है.

Intro:नई दिल्ली दक्षिण जिला
दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश-उड़ीसा बॉर्डर से गांजे की खेप लाकर दिल्ली एनसीआर में सप्लाई करने वाले एक गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. वहां से ट्रक में बनाये गए खुफिया तहखाने में यह गैंग गांजा छिपाकर लाता था. पुलिस ने इनके ट्रक से लगभग 1020 किलो गांजा बरामद किया है जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग दो करोड़ रुपये बताई गई है.


Body:डीसीपी जी.रामगोपाल नाइक के अनुसार क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई नरेश कुमार को सूचना मिली थी कि उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर से दिल्ली एनसीआर में गांजा सप्लाई किया जा रहा है. ऐसा ही एक गैंग गांजे की खेप ट्रक के तहखाने में लेकर बदरपुर बॉर्डर से आश्रम चौक की तरफ आएगा. पंजाब नंबर के इस ट्रक में बनी खुफिया जगह में एक हजार किलो से ज्यादा गांजा छुपाया गया है. इस सूचना पर एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विकास राणा और एसआई सुनील तेवतिया की टीम ने मथुरा रोड के पास जाल बिछाया.



ट्रक के तहखाने में मिला 1020 किलो गांजा
मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने पंजाब नंबर के एक ट्रक को जांच के लिए रोक. इसमें सवार 3 लोगों को गिरफ्तार कर जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो उसमें एक खुफिया जगह बना कर छिपाया गया गांजा बरामद हो गया. 34 बोरी में भरा हुआ यह गांजा 1020 किलो निकला. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मनोज कुमार, नरेंद्र शाह और सैयद आलम के रूप में की गई. मनोज कुमार इस ट्रक का ड्राइवर है जो आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के बॉर्डर से गांजे की खेप लेकर आता था. नरेंद्र शाह उससे गांजे की खेप लेकर दिल्ली में सप्लाई करता है जबकि सैयद खरीदे गए गांजे को नोएडा के विभिन्न इलाकों में बेचता था.


चार साल से कर रहे गांजे का कारोबार
पुलिस के अनुसार मनोज कुमार बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. दिल्ली आकर उसने गाड़ी चलाना सिखा और ट्रक चलाने लगा. दो साल पहले वह नरेंद्र शाह और मुन्ना से मिला जो दिल्ली एनसीआर में गांजा सप्लाई करते थे. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में वह उनके लिए दक्षिण भारत से गांजे की खेप ट्रक में लेकर आने लगा. आरोपी सैयद भी बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. वह पहले दिल्ली में एक सैलून में काम करता था. बल्लभगढ़ में रहने के दौरान वह नरेंद्र शाह के संपर्क में आया और उसके साथ मिलकर गांजे की सप्लाई करने लगा. मुख्य आरोपी नरेंद्र शाह बिहार के आरा जिला निवासी है. वह दिल्ली में पहले रेहड़ी लगाता था. शुरू में उसने बदरपुर में अवैध शराब बेची और बीते 4 साल से वह गांजे का कारोबार कर रहा है.


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