नई दिल्ली: सफाई व्यस्था को निजी हाथों में सौंपने वाला प्रस्ताव रद्द हो गया है. जिस पर संगम विहार के निगम पार्षद और एसडीएमसी में स्थाई कमेटी के सदस्य जीतेंद्र कुमार जीतू ने कार्यकर्ताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित एमसीडी दिल्ली में कार्यरत तमाम सफाई कर्मचारियों को प्राइवेट कंपनियों के अधीन करने की साजिश रच रही है. जिसको लेकर स्टैंडिंग कमेटी के समक्ष भाजपा एक प्रस्ताव लेकर आने वाली थी. उस साजिश के विरोध के बाद प्रस्ताव को रद्द करना पड़ा. इससे पहले आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक के नेतृत्व में पार्टी के समस्त निगम पार्षदों एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सिविक सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और इस काले कानून को पास न करने की मांग की थी.
जितेंद्र कुमार जीतू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज सदन में जो प्रस्ताव लेकर आ रही थी, यदि यह प्रस्ताव पास होता तो समस्त सफाई कर्मचारी हमेशा के लिए प्राइवेट कंपनियों के गुलाम हो जाते. यदि यह प्रस्ताव पास हुआ तो दिल्ली के लाखों सफाई कर्मचारी जो पहले से ही बड़ी मुश्किलों से अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं, वे और मुश्किल में आ जाते और देश में जो व्यवस्था अंग्रेजों के समय में थी, वही हालात फिर से आ जाती. जिस प्रकार से अंग्रेज हिंदुस्तानियों का शोषण करते थे, उसी प्रकार से यह प्राइवेट कंपनियां सफाई कर्मचारियों का शोषण करना शुरू कर देंगी.
सफाई कर्मी के साथ हमेशा खड़े रहेंगे
जीतू ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस प्रस्ताव का पूर्ण रूप से विरोध करती है. आम आदमी पार्टी हमेशा ही दलित, गरीब और पिछड़े वर्ग के हित के लिए काम करती रही है. आज भी आम आदमी पार्टी दिल्ली के तमाम सफाई कर्मचारियों के साथ खड़ी है. यह विरोध प्रदर्शन आम आदमी पार्टी के समस्त निगम पार्षद, कार्यकर्ता और दिल्ली के सफाई कर्मचारियों ने मिलकर किया है. जिसके चलते हमें जीत मिली. हम सफाई कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और उनके हक के लिए सदा उनके संघर्ष में उनके साथ खड़े रहेंगे.