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जानिए क्या है दक्षिणी दिल्ली का जातीय समीकरण, तीनों पार्टियां इसी रणनीति पर खेलेंगी दांव!

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर गुर्जर और जाट बिरादरी की सबसे ज्यादा बहुलता है, जिसमें 22 गांव गुर्जर के और17 गांव जाट बहुलता के हैं. बता दें कि दक्षिणी दिल्ली की मौजूदा जनसंख्या 19.5 लाख है. लेकिन चुनाव से पहले बढ़ने वाले वोटरों की संख्या बढ़ कर करीब 20 लाख से ज्यादा हो सकती है.

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Published : Mar 24, 2019, 1:24 PM IST

जानिए क्या है दक्षिणी दिल्ली का जातीय समीकरण, तीनों पार्टियां इसी रणनीति पर खेलेंगी दांव!

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के करीब आते ही दिल्ली में कांग्रेस, आप और बीजेपी इस बार जातीय समीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है. कहा जाता है कि बीजेपी धार्मिक राजनीति करती है तो इस बार उसी कड़ी में कांग्रेस भी दिल्ली की सातों सीटों पर ऐसे ही उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है, जिससे वह बीजेपी को शिकस्त दे सकें.

जानिए क्या है दक्षिणी दिल्ली का जातीय समीकरण, तीनों पार्टियां इसी रणनीति पर खेलेंगी दांव!

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर गुर्जर और जाट बिरादरी की सबसे ज्यादा बहुलता है, जिसमें 22 गांव गुर्जर और17 गांव जाट बहुलता के हैं. बता दें कि दक्षिणी दिल्ली की मौजूदा जनसंख्या 19.5 लाख हैं लेकिन चुनाव से पहले बढ़ने वाले वोटरों की संख्या बढ़ कर करीब 20 लाख से ज्यादा हो सकती है.

जातिय बहुबलता वाले इलाके...
वहीं दक्षिणी दिल्ली में 40 वार्ड हैं. ऐसे में मौजूदा जनसंख्या की बात करें तो इसमें पंजाबी एक लाख, तीन लाख पूर्वांचली, दो लाख ब्राह्मण, साथ ही छह लाख गुर्जर और जाट हैं. इसके अलावा अन्य बिरादरियां भी शामिल हैं.

बता दें कि पंजाबी बहुल इलाके में साकेत, गोविंदपुरी, सुखदेव विहार, महारानी बाग शामिल है. वहीं गुर्जर बहुल इलाके में मीठापुर, ताजपुर, हरकेश नगर, घिटोरनी, आया नगर, जौनापुर, फतेहपुर बेरी, बदरपुर, तुगलकाबाद शामिल हैं. मुस्लिम बहुल इलाके में सैदुलाजाब, चन्दनहोला, जामिया नगर शामिल हैं. जाट बहुल इलाके की बात करें तो महिपालपुर, लाडो सराय, नेब सराय शामिल है. ब्राह्मण बहुल इलाके में सभलखा, सराय जुलेना, किलोकरी व अन्य हैं.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के करीब आते ही दिल्ली में कांग्रेस, आप और बीजेपी इस बार जातीय समीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है. कहा जाता है कि बीजेपी धार्मिक राजनीति करती है तो इस बार उसी कड़ी में कांग्रेस भी दिल्ली की सातों सीटों पर ऐसे ही उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है, जिससे वह बीजेपी को शिकस्त दे सकें.

जानिए क्या है दक्षिणी दिल्ली का जातीय समीकरण, तीनों पार्टियां इसी रणनीति पर खेलेंगी दांव!

दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर गुर्जर और जाट बिरादरी की सबसे ज्यादा बहुलता है, जिसमें 22 गांव गुर्जर और17 गांव जाट बहुलता के हैं. बता दें कि दक्षिणी दिल्ली की मौजूदा जनसंख्या 19.5 लाख हैं लेकिन चुनाव से पहले बढ़ने वाले वोटरों की संख्या बढ़ कर करीब 20 लाख से ज्यादा हो सकती है.

जातिय बहुबलता वाले इलाके...
वहीं दक्षिणी दिल्ली में 40 वार्ड हैं. ऐसे में मौजूदा जनसंख्या की बात करें तो इसमें पंजाबी एक लाख, तीन लाख पूर्वांचली, दो लाख ब्राह्मण, साथ ही छह लाख गुर्जर और जाट हैं. इसके अलावा अन्य बिरादरियां भी शामिल हैं.

बता दें कि पंजाबी बहुल इलाके में साकेत, गोविंदपुरी, सुखदेव विहार, महारानी बाग शामिल है. वहीं गुर्जर बहुल इलाके में मीठापुर, ताजपुर, हरकेश नगर, घिटोरनी, आया नगर, जौनापुर, फतेहपुर बेरी, बदरपुर, तुगलकाबाद शामिल हैं. मुस्लिम बहुल इलाके में सैदुलाजाब, चन्दनहोला, जामिया नगर शामिल हैं. जाट बहुल इलाके की बात करें तो महिपालपुर, लाडो सराय, नेब सराय शामिल है. ब्राह्मण बहुल इलाके में सभलखा, सराय जुलेना, किलोकरी व अन्य हैं.

Intro:जानिए क्या है दक्षिणी दिल्ली का जातीय समीकरण, तीनों पार्टियां इसी रणनीति पर खेलेंगी दांव

दक्षिणी दिल्ली:आगामी लोकसभा सभा चुनाव करीब आ चुका है.दिल्ली में कांग्रेस, आप और बीजेपी इस बार जातीय समीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है.खासकर बीजेपी जिस तरह से धार्मिक राजनीति करती है उसी कड़ी में कांग्रेस भी खासकर दिल्ली की सातों सीटों पर ऐसे ही उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है, जिससे वह खासकर बीजेपी को शिकस्त दे सके.आपको बता दें कि दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर गुर्जर और जाट बिरादरी की सबसे ज्यादा बहुलता है, जिसमे 22 गांव गुर्जर के और 17 गांव जाट बहुलता के हैं.


Body:कितनी है दक्षिणी दिल्ली की जनसंख्या
आपको बता दें कि दक्षिणी दिल्ली को मौजूदा जनसंख्या 19.5 लाख है.लेकिन चुनाव से पहले बढ़ने वाले वोटरों की संख्या बढ़ कर करीब 20 लाख से ज्यादा हो सकती है.वहीं दक्षिणी दिल्ली में 40 वार्ड है.ऐसे में मौजूदा जनसंख्या की बात करें तो इसमें पंजाबी एक लाख, तीन लाख पूर्वांचली, दो लाख ब्राह्मण, साथ ही छह लाख गुर्जर और जाट हैं. इसके अलावा अन्य बिरादरियां संख्या शामिल है.

कौन कौन से इलाके में है बहुलता
पंजाबी-साकेत, गोविंदपुरी, सुखदेव विहार, महारानी बाग आदि शामिल है.
गुर्जर-मीठापुर, ताजपुर, हरकेश नगर, घिटोरनी, आया नगर, जौनापुर, फतेहपुर बेरी, बदरपुर, तुगलकाबाद आदि हैं
मुस्लिम-सेदुलाजाब, चन्दनहोला, जामिया नगर, आदि.
जाट-महिपालपुर, लाडो सराय, नेब सराय शामिल है.
ब्राह्मण-सभलखा, सराय जुलेना, किलोकरी व अन्य हैं.


Conclusion:फिलहाल जिस तरह से दक्षिणी दिल्ली में जाट और गुर्जर की सबसे ज्यादा बहुलता है, उसके हिसाब से देखना होगा कि तीनों पार्टियां किस तरह से जातीय समीकरण पर खेलती है.और सभी को लुभाकर क्या परिणाम ला पाती हैं.
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