नई दिल्ली: राजधानी में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से अंबेडकर नगर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनाया जा रहा है. 6 साल बीत गए अब तक इस अस्पताल का काम पूरा नहीं हो सका है. 2013 में इसे शुरू किया गया था, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि 2020 में इसे जनता को सौंप दिया जाएगा.
अंबेडकर नगर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है, जिसका काम बीते 6 साल से चल रहा है लेकिन अब तक अस्पताल पूरा बन नहीं पाया. एनबीसी के अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा होने में अभी समय लग सकता है. माना जा रहा है कि 2020 में इसे पूरा कर लिया जाएगा.
600 बेड का अस्पताल
अब तक की जानकारी के मुताबिक, इस अस्पताल की नींव 2013 में रखी गई थी. ये 600 बेड का अस्पताल बनने जा रहा है. जिसके अंदर मदर-चाइल्ड के लिए स्पेशल सुविधाएं होंगी.
दक्षिण दिल्ली का सबसे बड़ा अस्पताल
यह अस्पताल एक हजार स्क्वायर मीटर में बनाया जा रहा है. साथ ही अंदर के एरिया की बात की जाए तो इसे 29, 932 स्क्वायर मीटर में तैयार किया जा रहा है. जो कि दक्षिणी दिल्ली के सबसे बड़ा अस्पताल के रूप में बन कर सामने आएगा.
180 करोड़ की लागत से बन रहा है अस्पताल
बता दें कि इस अस्पताल को 180 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है. ये अस्पताल पूरी तरह से एयर कंडीशन होगा. इसी के साथ यहां पर इमरजेंसी से लेकर सभी सुविधाओं को ध्यान में रखा जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक इस अस्पताल के बनने के बाद एम्स और सफदरजंग में इलाज के लिए इंतजार करने वालों को राहत जरूर मिलेगी.
क्या कहते हैं एनबीसी के अधिकारी?
बता दें कि इस अस्पताल का निर्माण सरकार की ओर से कराया जा रहा है और नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इसका काम संभाला हुआ है. यहां मौजूद अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य में अभी समय लग सकता है. करीब 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है, लेकिन 2019 का पूरा समय इसे तैयार करने में लग सकता है. उम्मीद है 2020 तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए और इसे जनता को सौंप दिया जाए.