ETV Bharat / state

दिल्ली एम्स ने खोजी कोविड-19 की नई टेस्टिंग किट, टेस्ट करना बेहद आसान

दिल्ली में पिछले दिनों टेस्टिंग किट को लेकर बहुत हंगामा हुआ था. जिसके बाद अब राहत की खबर दिल्ली एम्स से आई है. एम्स ने कोविड-19 की नई टेस्टिंग किट ईजाद की है. जिससे कोविड टेस्ट करना बेहद आसान और सस्ता हो जाएगा.

AIIMS launches new testing kit of Kovid-19, easy to test
एम्स ने ईजाद की कोविड-19 की नई टेस्टिंग किट, टेस्ट करना होगा आसान
author img

By

Published : Jun 16, 2020, 3:53 AM IST

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते कहर के बीच एम्स से एक अच्छी खबर आई है. टेस्टिंग किट को लेकर बहुत मारामारी चल रही थी. निजी अस्पतालों में 4500 रुपए तक चार्ज किये जाते हैं, फिर भी रिपोर्ट भरोसेमंद नहीं मिल रही थी. एम्स ने अब सारी समस्याओं का समाधान कर दिया है. एम्स के इंफेक्शन डिजीज और मेडिसिन डिपार्टमेंट के संयुक्त प्रयास से एंटीजन पर आधारित कोविड-19 की नई टेस्टिंग किट ईजाद की गई है. टेस्ट करना भी आसान है और रिपोर्ट भी महज 15-30 मिनट में आ जाती है. मंगलवार से एम्स में इस टेस्टिंग किट से जांच करना भी शुरू कर दिया जाएगा.

आ गया कोविड टेस्ट का देसी वर्जन!

पिछले दिनों टेस्टिंग किट को लेकर बहुत हंगामा हुआ था. सर गंगाराम हॉस्पिटल के टेस्टिंग लाइसेन्स को ससपेंड कर दिया गया था. अच्छी बात यह है कि इस अस्पताल पर टेस्टिंग ना करने के लिए लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया है और साथ ही एम्स ने टेस्टिंग किट का सस्ती, भरोसेमंद और कम समय में रिपोर्ट देने वाली टेस्टिंग किट बनाने में सफलता पा ली है. यह ओर देश के लिए गर्व की बात है. अब कोविड टेस्ट के लिए चीन निर्मित आरटी-पीसीआर किट ओर निर्भरता कम हो जाएगी. एम्स के कार्डियो-रेडियोलॉजी विभाग के असिसिटेंट प्रोफेसर डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि एम्स ने कोविड -19 टेस्टिंग किट बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है। एंटीजन आधारित यह टेस्टिंग किट से कोविड वायरस जांच करना प्रैग्नेंसी टेस्ट जितना ही आसान है.

एंटीजन आधारित है किट

डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि कोविड टेस्टिंग का यह देशी तरीका बहुत भरोसेमंद है. आईसीएमआर और डीजीएचएस ने इसे मंजूरी भी दे दी है. इससे रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट में ही मिल जाती है. इसे स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन एसिड कहा जाता है. इसमें कोरियन बेस्ड एंटीजन का इस्तेमाल किया गया है. इससे टेस्ट करना बेहद आसान है.

ऐसे की जाती है जांच

डॉ. अमरिंदर ने बताया कि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड -19 एंटीजन से टेस्ट करना बेहद आसान है. सबसे पहले नाक से स्वैब लेते हैं. उसके बाद इस के तीन बूंद प्रेगनेंसी टेस्ट की तरह स्ट्रिप में डाल देते हैं. 15-30 मिनट में ही रिजल्ट सामने आ जाता है. खास बात यह है कि यह विशुद्ध रूप से एंटीजन बेस्ड टेस्ट है जबकि अभी तक जितने भी टेस्ट ही रहे हैं वो सभी एंटीबाडी बेस्ड हैं.

यह आरटी/पीसीआर टेस्ट से कैसे अलग है?

डॉ अमरिंदर ने बताया कि आरटी/पीसीआर टेस्ट यानी पॉलीमर चेन रिएक्शन यह अम्प्लीफाय करता है. जिसके बाद एंटीजन रिएक्ट करता है. इसमें काफी समय लग जाता है. इसलिए इसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आती है. जबकि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन सीधा एंटीजन से ही रिएक्ट करता है. इसलिए इसकी रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट के भीतर ही आ जाता है. एक अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी मशीन की आवश्यकता भी नही होती है.

84 फीसदी है सेंसिटिविटी

खास बात यह है कि इस टेस्टिंग किट की सेंसटिविटी 84 फीसदी है. वायरस के सरफेस ओर जो प्रोटीन पड़ी होती है उसे डिटेक्ट करता है. इसकी स्पेसिफिसिटी 100 फीसदी होती है. यानी यह सीधे एंटीजन से रिएक्ट करता है और वायरस के सरफेस ओर मौजूद प्रोटीन को डिटेक्ट करता है. अच्छी बात यह है कि यह मौजूदा पीसीआर टेस्टिंग किट के मुकाबले काफी सस्ता भी है. प्रति किट 500 रुपए का खर्च पड़ता है.

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते कहर के बीच एम्स से एक अच्छी खबर आई है. टेस्टिंग किट को लेकर बहुत मारामारी चल रही थी. निजी अस्पतालों में 4500 रुपए तक चार्ज किये जाते हैं, फिर भी रिपोर्ट भरोसेमंद नहीं मिल रही थी. एम्स ने अब सारी समस्याओं का समाधान कर दिया है. एम्स के इंफेक्शन डिजीज और मेडिसिन डिपार्टमेंट के संयुक्त प्रयास से एंटीजन पर आधारित कोविड-19 की नई टेस्टिंग किट ईजाद की गई है. टेस्ट करना भी आसान है और रिपोर्ट भी महज 15-30 मिनट में आ जाती है. मंगलवार से एम्स में इस टेस्टिंग किट से जांच करना भी शुरू कर दिया जाएगा.

आ गया कोविड टेस्ट का देसी वर्जन!

पिछले दिनों टेस्टिंग किट को लेकर बहुत हंगामा हुआ था. सर गंगाराम हॉस्पिटल के टेस्टिंग लाइसेन्स को ससपेंड कर दिया गया था. अच्छी बात यह है कि इस अस्पताल पर टेस्टिंग ना करने के लिए लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया है और साथ ही एम्स ने टेस्टिंग किट का सस्ती, भरोसेमंद और कम समय में रिपोर्ट देने वाली टेस्टिंग किट बनाने में सफलता पा ली है. यह ओर देश के लिए गर्व की बात है. अब कोविड टेस्ट के लिए चीन निर्मित आरटी-पीसीआर किट ओर निर्भरता कम हो जाएगी. एम्स के कार्डियो-रेडियोलॉजी विभाग के असिसिटेंट प्रोफेसर डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि एम्स ने कोविड -19 टेस्टिंग किट बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है। एंटीजन आधारित यह टेस्टिंग किट से कोविड वायरस जांच करना प्रैग्नेंसी टेस्ट जितना ही आसान है.

एंटीजन आधारित है किट

डॉ. अमरिंदर सिंह ने बताया कि कोविड टेस्टिंग का यह देशी तरीका बहुत भरोसेमंद है. आईसीएमआर और डीजीएचएस ने इसे मंजूरी भी दे दी है. इससे रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट में ही मिल जाती है. इसे स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन एसिड कहा जाता है. इसमें कोरियन बेस्ड एंटीजन का इस्तेमाल किया गया है. इससे टेस्ट करना बेहद आसान है.

ऐसे की जाती है जांच

डॉ. अमरिंदर ने बताया कि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड -19 एंटीजन से टेस्ट करना बेहद आसान है. सबसे पहले नाक से स्वैब लेते हैं. उसके बाद इस के तीन बूंद प्रेगनेंसी टेस्ट की तरह स्ट्रिप में डाल देते हैं. 15-30 मिनट में ही रिजल्ट सामने आ जाता है. खास बात यह है कि यह विशुद्ध रूप से एंटीजन बेस्ड टेस्ट है जबकि अभी तक जितने भी टेस्ट ही रहे हैं वो सभी एंटीबाडी बेस्ड हैं.

यह आरटी/पीसीआर टेस्ट से कैसे अलग है?

डॉ अमरिंदर ने बताया कि आरटी/पीसीआर टेस्ट यानी पॉलीमर चेन रिएक्शन यह अम्प्लीफाय करता है. जिसके बाद एंटीजन रिएक्ट करता है. इसमें काफी समय लग जाता है. इसलिए इसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आती है. जबकि स्टैंडर्ड ट्यूब कोविड-19 एंटीजन सीधा एंटीजन से ही रिएक्ट करता है. इसलिए इसकी रिपोर्ट सिर्फ 15-30 मिनट के भीतर ही आ जाता है. एक अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी मशीन की आवश्यकता भी नही होती है.

84 फीसदी है सेंसिटिविटी

खास बात यह है कि इस टेस्टिंग किट की सेंसटिविटी 84 फीसदी है. वायरस के सरफेस ओर जो प्रोटीन पड़ी होती है उसे डिटेक्ट करता है. इसकी स्पेसिफिसिटी 100 फीसदी होती है. यानी यह सीधे एंटीजन से रिएक्ट करता है और वायरस के सरफेस ओर मौजूद प्रोटीन को डिटेक्ट करता है. अच्छी बात यह है कि यह मौजूदा पीसीआर टेस्टिंग किट के मुकाबले काफी सस्ता भी है. प्रति किट 500 रुपए का खर्च पड़ता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.