नई दिल्ली: एम्स के कोरोना विजेता नर्सिंग ऑफिसर भल्लाराम ने जैसे ही प्लाज्मा डोनेट कर एम्स परिसर में प्रवेश किये उनका वहां भव्य स्वागत किया गया. उन्हें फूल माला और उपहार देकर सम्मानित किया गया. 30 अप्रैल को वह ड्यूटी के दौरान ही कोरोना के शिकार हो गए थे. उन्हें इलाज के लिए एम्स के झज्जर कैंपस में रेफर कर किया गया था. 15 मई को वह कोरोना को मात देकर लौट वापस लोट आये. अगले 15 दिनों तक डॉक्टर के बताए सलाह के मुताबिक अपने घर पर आराम किये, उसके बाद 1 जून को उन्होंने एम्स में अपनी ड्यूटी जॉइन कर ली.
15 जून को जैसे ही भल्लाराम एक गंभीर कोविड पॉजिटिव मरीज के इलाज के लिये अपना प्लाज्मा डोनेट कर एम्स कैंपस में लौटे, यहां उनका भव्य सवागत किया गया. फूल माला और उपहार देकर उनका हौसला बढ़ाया गया. भल्लाराम पुरोहित एम्स के इमरजेंसी विभाग में नर्सिंग ऑफिसर हैं. उन्होने अपने सहकर्मी मुकेश मेघवाल से प्रेरित होकर प्लाज्मा किसी जरूरतमंद को डोनेट करने का फैसला किया और इसके लिए हौसला जुटाया. जिसके बाद हर कोई उनके इस कदम की तारीफ कर रहा है.