नई दिल्ली: एम्स के डॉक्टर ने दिल्ली सरकार के कोरोना वारियर के लिए एक करोड़ की सहायता राशि देने के फैसले का स्वागत किया है. इसके लिए दिल्ली सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया है. साथ ही उन्होंने इसमें कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गये कोरोना वारियर्स के लिए भी हेल्थ फैसिलिटी और मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी की मांग की है.
मृत्यु के पहले लाभ देने की अपील
एम्स की जिरियाट्रिक डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विजय गुर्जर में दिल्ली सरकार की इस कदम का स्वागत किया है. साथ ही उनसे आग्रह किया है कि इसमें अगर मृत्यु के पहले वाले कुछ लाभ अगर कोरोना वारियर को दिया जाए, तो खुद कोरोना वारियर लाभान्वित होगा. हो सकता है इस मदद से मृत्यु तक पहुंचने की नौबत ही ना आए. कोरोना वारियर के इलाज पर होने वाले खर्च भी मिलेंगे, तो उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.
उन्होंने कहा कि जैसे डॉ.चौधरी का परिवार पैसों की कमी के चलते सड़क पर आ गया है. वैसा किसी और के साथ ना हो इसका पूरा ध्यान रखा जाए. जिस प्रकार स्थाई हेल्थ वर्कर्स के साथ होने पर उनके परिवार के सदस्यों में सरकारी नौकरी दी जाती है. उसी तरह से कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे स्टाफ के साथ अगर कोई हादसा जो जाता है तो उन्हें भी इसका लाभ मिल सके.
कोरोना वॉरियर्स के लिए सर्कुलर जारी
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने कोरोना वॉरियर्स के लिए एक सर्कुलर जारी किया है. जिसके तहत कोविड ड्यूटी पर तैनात कोई भी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ या सिक्योरिटी गार्ड अगर इनमें से कोई भी कोरोना पॉजिटिव होते हैं और इसकी वजह से उनकी मौत हो जाती है. तो उन्हें कोरोना वारियर्स ही माना जाएगा.
उन्हें दिल्ली सरकार के तय मानकों के मुताबिक एक करोड़ रुपए की सहायता राशि उनके परिवार को प्रदान की जाएगी. चाहे स्टाफ रेगुलर हो या कॉन्ट्रैक्ट पर, इस स्कीम का लाभ सभी को मिलेगा. सभी अस्पतालों को आदेश जारी किया गया है इस तरह की कोई भी मामला सामने आता है. तो उसे तुरंत नियम के तहत संबंधित विभाग को जानकारी दी जाए. ताकि पीड़ित परिवार को जल्दी से जल्दी उचित सहायता राशि प्रदान कर उनकी मदद की जा सके.