नई दिल्ली : दिल्ली समेत देश भर में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है. मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस पर ब्रेक लगता हुआ दिख नहीं रहा है. खासकर राजधानी दिल्ली की हालत बेहद खस्ता है. इन परिस्थियों में स्थिति के सही आकलन के लिए गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को एक उच्च स्तरीय मीटिंग बुलाई, जिसमें सूत्रों के मुताबिक देश के सबसे बड़े अस्पताल के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया और आईसीएमआर के चीफ डॉ बलराम भार्गव भी शामिल हुए.
अभी कोविड की पीक आना बाकी
सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि अभी कोरोना इन्फेक्शन पीक पर नहीं है. जुलाई और अगस्त में संक्रमण पीक पर होगा. इस दौरान ज्यादा लोग कोविड के शिकार हो सकते हैं. इस हिसाब से हेल्थ केयर वर्कर्स की संख्या बढ़ानी पड़ सकती है. साथ ही कुछ अस्थाई हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर भी बनाने की स्थिति बन सकती है. इसके लिए हमें तैयार रहना होगा. दिल्ली के कंटेन्मेंट जोन में घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने को लेकर भी चर्चा हुई.
दिसंबर तक तैयार हो सकती है वैक्सीन
आईसीएमआर के चीफ डॉ. बलराम भार्गव ने जानकारी दी कि उन्होंने भारत बायोटेक इंडिया के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन पर काम किया है. फिलहाल इसकी स्टेज 2 में ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी ड्रग कंट्रोल ऑफ इंडिया से मिली है. सितंबर तक ह्यूमन ट्रॉयल शुरू कर दिया जाएगा, अगर यह सफल रहा तो दिसंबर तक मास प्रोडक्शन शुरू कर दी जाएगा.