नई दिल्ली: बत्रा हॉस्पिटल के पास साइकिल की हैंडल छोड़कर दोनों हाथ को हवा में लहराते हुए संगम विहार निवासी मुमताज आलम अपनी साइकिल से क्राकरी डिलीवर करने का काम करते हैं. पूरे दिन भर उनका यही काम है. साइकिल की सवारी करते करते उनका हाथ साइकिल पर इतना जम गया है कि वह ट्रैफिक से भरी सड़क पर भी हैंडल छोड़ कर पूरी मस्ती के साथ लहराते, गुनगुनाते हुए अपने मंजिल की तरफ बढ़ते रहते हैं.
ऐसा कर मुमताज ना सिर्फ अपनी जान को खतरे में डाल रहे हैं, बल्कि दूसरों के जान को भी खतरे में डाल रहे हैं. लेकिन खतरों से खेलना जैसे उनका बाएं हाथ का काम लग रहा है. उन्हें ट्रैफिक पुलिस का भी डर नहीं है, क्योंकि वह कोई मोटर बाइक नहीं चला रहे हैं. जिस पर मोटर एक्ट के तहत उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की जा सके. बिना मोटर और इंजन के चलने वाली साइकिल पर ट्रैफिक नियम लागू नहीं होते.
डर को काबू में किया
मुमताज से जब पूछा कि भरी सड़क पर वह हैंडल छोड़कर साइकिल कैसे चला लेते हैं? क्या उन्हें डर नहीं लगता ? तो वह छूटते ही बोला कि उन्हें बिल्कुल डर नहीं लगता, क्योंकि उन्होंने डर को काबू में कर लिया है. वह हमेशा ही सड़क पर चलते हुए ऐसे ही हैंडल छोड़कर साइकिल चलाते हैं.
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ट्रैफिक पुलिस को भी काट दिया निरुत्तर
मुमताज अपनी साइकिल पर कप और गिलास सप्लाई करने का काम करते हैं. ऐसा करते हुए ट्रैफिक पुलिस की नजर उस पर गई. क्या कभी ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश इस पर मुमताज ने बताया कि पुलिस ने उन्हें समझाया कि हैंडल छोड़ कर सड़क पर साइकिल मत चलाओं. किसी गाड़ी के नीचे आ सकते हो, कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. इस पर मुमताज ने ट्रैफिक पुलिस वाले को ही कहा कि जो सावधानीपूर्वक दोनों हैंडल पकड़कर बाइक चलाते हैं दुर्घटना तो उनके साथ भी हो जाती है.
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं
संगम विहार सर्किल के ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने बताया की मोटर व्हीकल एक्ट के तहत यह ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन नहीं है. इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस थाने में जरूर की जा सकती है. ट्रैफिक पुलिस चालान नहीं काट सकती है, क्योंकि साइकिल का कोई नंबर भी नहीं होता है. हम केवल उसे सलाह दे सकते हैं कि ऐसा न करें, इससे खुद के साथ-साथ दूसरों को भी खतरा हो सकता है.
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मुमताज ने बताया कि एक-दो अवसर पर वह साइकिल से गिर भी चुके हैं, लेकिन अब उन्हें यह आदत हो गई है. लेकिन सवाल यह है कि ट्रैफिक से भरे सड़क पर इस तरह से हाथ छोड़कर साइकिल चलाना न तो खुद के लिए सुरक्षित है और ना ही दूसरों के लिए. ट्रैफिक पुलिस को ऐसे सिरफिरे को नियमों के दायरे से बाहर आकर सबक सिखाना चाहिए.