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Racket Busted: धर्म प्रचारक लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर थमाता था फर्जी वीजा, IGI पुलिस ने 11 को दबोचा - 11 agents arrested by IGI police

दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से संचालित हो रहे एक ऐसे रैकेट का आईजीआई पुलिस ने पर्दाफाश किया है, जो लोगों को अपने झांसे में फंसाकर उन्हें विदेश भेजने का वादा कर उनसे ठगी करता था. पुलिस ने इस रैकेट में शामिल 11 एजेंटों को धर दबोचा है.

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Published : Apr 5, 2023, 7:39 AM IST

नई दिल्ली : दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. आईजीआई पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय आव्रजन रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने हैदराबाद के तीन एजेंट सहित धोखाधड़ी करने वाले 11 एजेंट को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करता था. इतना ही नहीं एयरपोर्ट पुलिस ने पिछले 10 दिनों के अंदर 7 अलग-अलग मामलो में 8 और एजेंटों को गिरफ्तार करने में सफल हासिल की है. गिरोह के सदस्य लोगों का अपने उपर विश्वास का फायदा उठाकर उनसे रुपये लेकर उन्हें यूरोपीय देशों के फर्जी वीजा लगे स्टीकर देते थें.

आईजीआई एयरपोर्ट डीसीपी देवेश कुमार महला ने बताया कि आईजीआई एयरपोर्ट पर बीओआई कर्मचारियों की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए हैदराबाद में छापेमारी कर 60 वर्षीय एंथोनी पैट्रिक उर्फ ब्रो पैट्रिक, 44 वर्षीय सेबस्टियन मारियो और 49 वर्षीय डोमिनिक जोसेफ को गिरफ्तार किया है. एंथोनी पैट्रिक एक चर्च में धर्म प्रचारक का का काम करता है.

इससे पहले 2021 में इनके द्वारा चार लोगों को फर्जी वीजा दिए गए. यह मामला तब सामने आया, जब सुमन चंद्र बोंडुगुला, मिक्की एंटनी मार्टिन, श्रीकांत रेड्डी सीलम और थम्बी जोसेफ सेलवनायगम को दिल्ली एयरपोर्ट इमिग्रेशन ने पकड़ा था. ये लोग चेक गणराज्य के फर्जी वीजा स्टीकर लगे हुए पासपोर्ट लेकर कोलंबो जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे थे.

ये भी पढ़ें : न्यू उस्मानपुर इलाके में बदमाशों ने चलाई कई राउंड गोलियां

इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम को दो व्हाट्सएप नंबर मिले थे. पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से दोनों नंबरों का विवरण प्राप्त किया और ट्रैक कर पहले एंथोनी पैट्रिक और सेबस्टियन मारियो को गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर इन्हें फर्जी वीजा स्टीकर उपलब्ध कराने वाले डोमिनिक जोसेफ को भी हैदराबाद से पकड़ लिया. पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे पहले विदेश जाने और विदेश में बसने के इच्छुक परिवारों का विवरण एकत्र करते थे. इसके बाद उनसे संपर्क करते थे और उनके परिवार को विदेश में बसने का सुनहरा सपना दिखा कर प्रेरित करते थे. झांसे में आने के बाद उनसे आठ लाख की राशि वसूल करते थे. एंथोनी और डोमिनिक पर पहले से हैदराबाद के गोपालपुरम में धोखाधड़ी का एक मामला चल रहा है.

नई दिल्ली : दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. आईजीआई पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय आव्रजन रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने हैदराबाद के तीन एजेंट सहित धोखाधड़ी करने वाले 11 एजेंट को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करता था. इतना ही नहीं एयरपोर्ट पुलिस ने पिछले 10 दिनों के अंदर 7 अलग-अलग मामलो में 8 और एजेंटों को गिरफ्तार करने में सफल हासिल की है. गिरोह के सदस्य लोगों का अपने उपर विश्वास का फायदा उठाकर उनसे रुपये लेकर उन्हें यूरोपीय देशों के फर्जी वीजा लगे स्टीकर देते थें.

आईजीआई एयरपोर्ट डीसीपी देवेश कुमार महला ने बताया कि आईजीआई एयरपोर्ट पर बीओआई कर्मचारियों की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए हैदराबाद में छापेमारी कर 60 वर्षीय एंथोनी पैट्रिक उर्फ ब्रो पैट्रिक, 44 वर्षीय सेबस्टियन मारियो और 49 वर्षीय डोमिनिक जोसेफ को गिरफ्तार किया है. एंथोनी पैट्रिक एक चर्च में धर्म प्रचारक का का काम करता है.

इससे पहले 2021 में इनके द्वारा चार लोगों को फर्जी वीजा दिए गए. यह मामला तब सामने आया, जब सुमन चंद्र बोंडुगुला, मिक्की एंटनी मार्टिन, श्रीकांत रेड्डी सीलम और थम्बी जोसेफ सेलवनायगम को दिल्ली एयरपोर्ट इमिग्रेशन ने पकड़ा था. ये लोग चेक गणराज्य के फर्जी वीजा स्टीकर लगे हुए पासपोर्ट लेकर कोलंबो जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे थे.

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इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम को दो व्हाट्सएप नंबर मिले थे. पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से दोनों नंबरों का विवरण प्राप्त किया और ट्रैक कर पहले एंथोनी पैट्रिक और सेबस्टियन मारियो को गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर इन्हें फर्जी वीजा स्टीकर उपलब्ध कराने वाले डोमिनिक जोसेफ को भी हैदराबाद से पकड़ लिया. पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे पहले विदेश जाने और विदेश में बसने के इच्छुक परिवारों का विवरण एकत्र करते थे. इसके बाद उनसे संपर्क करते थे और उनके परिवार को विदेश में बसने का सुनहरा सपना दिखा कर प्रेरित करते थे. झांसे में आने के बाद उनसे आठ लाख की राशि वसूल करते थे. एंथोनी और डोमिनिक पर पहले से हैदराबाद के गोपालपुरम में धोखाधड़ी का एक मामला चल रहा है.

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