नई दिल्ली: देश ही नहीं पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वैक्सीनेशन चल रहा है. लेकिन बहुत कम लोगों को ही पता होगा कि दिल्ली में इसके साथ ही एक और जानलेवा बीमारी कैंसर का भी निःशुल्क वैक्सीनेशन चल रहा है. लेकिन इसको लेकर दिल्ली वालों में जागरूकता का अभाव है.
तीन साल में सिर्फ तीन हजार लड़कियों ने लगवाया टीका
इस समय देश में कैंसर के करीब 14 लाख मरीज हैं. इसमें महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है. आईसीएमआर के अध्ययन की मानें तो आने वाले समय में कैंसर के कुल मामलों में महिलाओं की हिस्सेदारी और बढ़ने वाली है. आपको बता दें कि महिलाओं में होने वाले कैंसर के 70 प्रतिशत मामले ब्रेस्ट या सर्वाइकल कैंसर के होते हैं.
अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल लासेंट की मानें तो वर्ष 2018 में दुनिया में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर से मौत भारत में हुई थी जो करीब 60 हजार था. लेकिन अब इस आंकड़े को काबू में किया जा सकता है क्योंकि अब इसकी वैक्सीन उपलब्ध है और दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट पिछले तीन साल से मुफ्त में यह टीका लगा रहा है. अस्पताल की मानें तो अब तक 3007 लड़कियों को यह टीका लगाया जा चुका है.
तीन सालों में 2020 में सबसे कम टीकाकरण
आंकड़ों की मानें तो बीते साल यानी 2020 में कैंसर का टीकाकरण बहुत कम हुआ है. साल 2020 में कुल 788 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है. वहीं साल 2018 में 2007 और साल 2019 में 912 लोगों ने वैक्सीन लगवाई थी.
14 साल से कम उम्र की लड़कियों को लगता है टीका
दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के मेडिकल ऑनकोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. प्रज्ञा शुक्ला ने बताया कि बदलते दौर में बीमारी भी बदल रही है. पहले जहां सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामले 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में देखने को मिल रहे थे. वहीं अब यह 40 साल से कम उम्र की महिलाओं में ज्यादा हो रहा है. ऐसे में यह वैक्सीन लेना काफी आवश्यक हो जाता है. चूंकि यह वैक्सीन सेक्सुअल एक्टिविटी से पहले लेनी होती है. इसलिए यह 14 साल से कम उम्र की लड़कियों को दिया जाता है.