नई दिल्ली: राजधानी में हरियाली बड़ा मुद्दा बना हुआ है. इसी बीच बुधवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने हरियाली विकसित करने वाली सभी सरकारी एजेंसियों की बैठक बुलाई. जहां दिल्ली के प्रदूषण को कम करने और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पर चर्चा हुई.
एजेंसियों को दिया गया लक्ष्य
पर्यावरण मंत्री ने संबधित एजेंसियों/ विभागों द्वारा प्रस्तुत पौधारोपण कार्यक्रम के अनुसार दिल्ली में वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा करने की तैयारियों की समीक्षा की. इस बैठक में वन व पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन, डीडीए के प्रधान आयुक्त, एनडीएमसी के चेयरमैन, उत्तरी एवं पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त, सचिव (वन व पर्यावरण), प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन एवं वन्यजीव विभाग,दिल्ली सरकार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, दिल्ली पार्क एवं गार्डन सोसाइटी), निदेशक (हार्टीकल्चर), पीडब्लूडी, दिल्ली, मुख्य अभियंन्ता, सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग एवं संबधित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
पर्यावरण मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को सूचित किया कि वर्ष 2019-20 के लिए दिल्ली की सभी हरित एजेसिंयों के लिए प्रस्तावित लक्ष्य लगभग 23 लाख है. जिसमें से डीडीए को दो लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया है. वन विभाग को 4.25 लाख, लोक निर्माण विभाग को 2.75 लाख और शिक्षा विभाग को 1.25 लाख पौधे लगाने का टारगेट दिया गया है.
प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर आफ फारेस्ट ने दिल्ली के भीतर ग्रीन एरिया, जिलावार हरित क्षेत्र, विभागों द्वारा किये गये वृक्षारोपण और विभाग द्वारा दिये गये लक्ष्य के संबध में एक विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की. पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली के लिए वृक्षारोपण के एकीकृत नियमों को बनाने का सुझाव दिया, ताकि सभी विभाग इस पर काम कर सकें. उन्होंने देशी और फल वाली प्रजातियों के वृक्षों के रोपण की सलाह दी और यह भी कहा कि प्रत्येक लोगों को वृक्षारोपण अवश्य करना चाहिए और उनको गोद भी लें. उन्होंने सभी हरित एजेंसियों को दिये गये वृक्षारोपण के लक्ष्यों को 30 सितम्बर तक पूरा करने के निर्देश दिये.
लगाने के बाद कितने बचे पौधे, थर्ड पार्टी करेगी ऑडिट
दिल्ली पार्क एवं गार्डन सोसाईटी, आवासीय कल्याण समितियों के साथ मिलकर एक वर्कशाप का आयोजन करेगी. जबकि पर्यावरण विभाग ईको-क्लबों/स्कूलों की सहभागिता के साथ थीम-बेस्ड पेंटिंग/निबंध/चर्चा आयोजित करेगा. टी.वी/एफ.एम.रेडियो और प्रिंट मीडिया के माध्यम से जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. यह अभियान इस तरह चलाया जाना चाहिए ताकि वृक्षारोपण के बाद उन पौधों की सिचांई ,देखरेख एवं सुरक्षा की भावना विकसित हो. अंत में पर्यावरण मंत्री ने सभी हरित विभाग को किए गए वृक्षारोपण का थर्ड पार्टी से ऑडिट कराने के निर्देश दिए, जिससे कि लगाये गये पौधों की वास्तविक स्थिति का पता चल सके.